बिलासपुर । भिलाई की छात्रा प्रियंका सिंह प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहती थी। दयालबंद में वह पीएससी की कोचिंग कर रही थी।कल उसकी लाश एक कार में मिली। पुलिस का मानना है कि कार में लाश चार दिनों से पड़ी हुई थी।उसकी हत्या के पीछे शेयर मार्केट में लगाए गए पैसे के लेनदेन का विवाद सामने आया है।
पुलिस के मुताबिक कोचिंग सेंटर आते जाते प्रियंका सिंह की मुलाकात मेडिकल स्टोर चलाने वाले आशीष साहू से हुई थी। आशीष चौकसे फार्मेसी कॉलेज से फार्मेसी की डिग्री हासिल करने के बाद सिटी मेडिकल स्टोर के नाम से दवाओं की दुकान शुरू की थी। दुकान ठीक से चल नहीं रही थी इसलिए वह शेयर मार्केट की तरफ चला गया। जान पहचान होने पर प्रियंका सिंह ने उसे बताया था कि उसके पिता बैंक में मैनेजर और दादा भिलाई स्टील प्लांट में एंपलाई हैं। आशीष ने प्रियंका के परिवार की अच्छी आर्थिक स्थिति जानकर उससे शेयर मार्केट में पैसे लगाने के लिए तैयार कर लिया। शेयर मार्केट में कुछ समय तक लाभ भी हुआ। आशीष शेयर मार्केट में प्रियंका के पैसे भी उधार लेकर लगा देता था। शेयर मार्केट गिरने से उसे लाखों का नुक़सान हो गया । शेयर खरीदने में उसने प्रियंका के पैसे भी लगा दिए थे। यह रकम 17 लाख तक पहुंच गई थी। अपने पैसे प्रियंका वापस चाहती थी। दोनों के बीच तनाव बढ़ने लगा था।
11लाख दिए थे, होने थे 17 लाख, मांगे
तो गला दबाकर कर दी हत्या
15 नवम्बर को प्रियंका अपने पैसे मांगने आशीष के मेडिकल स्टोर पहुंची। प्रियंका गुस्से में थी। वह जोर-जोर से बोल रही थी। मेडिकल स्टोर में पैसे के लिए उसका इस तरह बोलना आशीष को बुरा लग रहा था। उसने यह कहते हुए की भीतर आराम से बात करते हैं, शटर गिरा दिया। इसी दौरान उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव को दुकान में ही एक किनारे प्लास्टिक के बोरे से ढककर छिपा दिया। शव से बदबू न आए वह हमेशा खुशबू दार अगरबत्ती जलाकर रखता था।इधर प्रियंका से मोबाइल फोन पर संपर्क नहीं होने पर उसके घरवाले परेशान हो गए। प्रियंका जिस गर्ल्स हॉस्टल में रहती थी वहां साथ रहने वाली छात्राओं से संपर्क करने पर घरवालों को उसके गायब होने का पता चला। उसके भाई हिमांशु ने हास्टल आकर उसका पता लगाने की कोशिश की लेकिन कूछ पता नहीं चला। उसने प्रियंका के गायब होने की सूचना सिटी कोतवाली में दर्ज कराई। पुलिस छानबीन कर ही रही थी कि उसे कस्तूरबा नगर में एक घर के पीछे खड़ी कार से बदबू आने की सूचना मिली। पुलिस जब मौके पर पहुंची तो एक पुरानी सेंट्रो कार से बदबू आ रही थी। कार से प्रियंका की चार दिन पुरानी लाश बरामद हुई। वह घर आशीष साहू का था पीछे मिली कार उसी की थी। पुलिस के अनुसार आशीष प्रियंका की लाश को दुकान से कार में रखकर घर ले आया था और जब तक वह उसे कहीं ठिकाने लगाने की योजना बना पाता बदबू आने की लोगों की सूचना पर लाश बरामद कर आरोपी आशीष को गिरफ्तार कर लिया गया।