अम्बिकापुर । जिले के पर्यटन स्थल मैनपाट के तराई क्षेत्र में एक जली हुई कार में मिली लाश की शिनाख्त एसईसीएल कर्मचारी सालिक राम भगत की लाश के रूप में की गई है । वह अपनी पत्नी को सीतापुर छोड़कर घर लौट रहा था। इसके बाद वह मैनपाट कैसे पहुंच गया, पुलिस जांच में जुटी है। वहीं पुलिस ने कर्मचारी की हत्या की आशंका व्यक्त की है।

छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध स्थल मैनपाट के मेहता प्वाइंट से होकर कापू की ओर जाने वाले मार्ग पर सुबह लोगों ने जलती हुई एक कार देखी। कार लावारिस हालत में खड़ी हुई थी। लोग पास में पहुंचे तो देखा कि कार के पीछे की सीट पर एक व्यक्ति की लाश पड़ी है। इसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद मैनपाट थाना प्रभारी विजय प्रताप और रायगढ़ के कापू थाना प्रभारी बीएस पैकरा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए।

सूचना पर अंबिकापुर से फारेंसिक एक्सपर्ट कुलदीप कुजुर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। कापू थाना प्रभारी बीएस पैकरा ने बताया कि जांच के बाद कार के इंजन और चेचिस नंबर से कार मालिक का पता चला। पुलिस ने कार मालिक के परिजनों से बात की तो वे मौके पर पहुंचे। परिजनों ने जल चुके शव की पहचान हाथ के कड़े और अंगूठी से बरौद रायगढ़ निवासी सालिक राम भगत के रूप में की।

परिजनों ने पुलिस को बताया कि सालिक राम भगत बुधवार को पत्नी को लेकर सीतापुर के पास ग्राम सूर आया था। वहां से पत्नी को छोड़कर वह कापू के लिए निकला था। कापू में उसकी खेती की जमीन है। गुरूवार को धान बेचने के लिए उसे टोकन मिला था। कापू के बाद सालिक राम भगत किसके साथ और क्यों मैनपाट पहुंचा, इसकी जानकारी परिजन नहीं दे सके। फिलहाल पुलिस मामले को जांच में लिया है।

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