श्लोक ध्वनि फाउंडेशन का सुर सरगम कार्यक्रम
बिलासपुर (Fourthline)। श्लोक ध्वनि फाउंडेशन के सुर सरगम कार्यक्रम में पद्मश्री मदन चौहान के सूफी संगीत ने श्रोताओं का मन मोह लिया । सफर में धूप तो होगी चल सको तो चलो , शहरों की जिंदगी वालों कितने सहारे लोगे हम तो डूब कर ही उतरेंगे,,,, ग़ज़लों पर लोग झूम उठे।
कार्यक्रम का आयोजन कंट्री क्लब में किया गया । कार्यक्रम की शुरुआत कबीर भजन मन लागो मेरो यार फकीरी से हुआ, जिसका सार था,,,आखिर यह तन खाक में मिलेगा।
अता रायपुरी का सितम पर सितम बुझी हुई शाम का दुआ मैं अपने मरकज पर जा रहा हूं जैसी गजलो से लोग भाव विभोर हो गए। अमीर खुसरो सहित कई शायरों की रचनाओं को श्री चौहान ने अपने नए कंपोजिशन में सुनाया, जो बेहद पसंद किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संभाग आयुक्त व कवि डॉ. संजय अलग थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने की । विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह, स्पीक मैके के संयोजक डॉ अजय श्रीवास्तव थे। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में बहुत सी गजलों की प्रस्तुति हुई। इसमें विश्वविद्यालय के संगीत के छात्र, नवांकुर लेखक शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन श्री कुमार ने किया। कार्यक्रम में साहित्यकार रामकुमार तिवारी विवेक जोगलेकर, अभय नारायण राय, अजय पाठक, शिव सिंह , ज्योति दुबे, पूजा पांडे, शिवांगी, पूर्णिमा तिवारी, जावेद अली, बुधिया, सुप्रिया भारतीय, श्रद्धा मंडल, अतुल कांत खरे भरत चंदानी, मुदित मिश्र, अनु चक्रवर्ती सहित बहुत से गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।