बिलासपुर। भाजपा पार्षद दल ने बजट प्रस्तुत करने के लिए बुलाई गई सामान्य सभा की बैठक में ही हंगामा खड़ा कर दिया। पार्षद धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। ये निगमायुक्त आईएएस कुणाल दुदावत के व्यवहार से नाखुश थे। पार्षदों ने शहर की जनता को कथित रूप से चोर कहने के लिए निगमायुक से माफी मांगने की मांग की और नारेबाजी करते रहे। निगमायुक्त सभा में चुपचाप सबकुछ देखते रहे।

इस हंगामा भाजपा पार्षद और उनके साथ निगमायुक्त से मिलने गए व्यापारियों से कथित दुर्व्यवहार को लेकर किया गया। निगमायुक्त के निर्देश पर शहर के तेलीपारा स्थित मेडिकल कॉम्प्लेक्स की लगभग 7 से 8 दुकानों में नियमितीकरण नहीं कराने पर भवन शाखा द्वारा ताला लगा दिया गया था। मेडिकल व्यापारियों ने वार्ड पार्षद दुर्गा सोनी से संपर्क किया तो पार्षद मेडिकल व्यापारियों को लेकर निगमायुक्त से मिलने गए। निगमायुक्त ने पार्षद दुर्गा सोनी और मेडिकल व्यापारियों को बैठने को भी नहीं कहा । जब पार्षद दुर्गा सोनी ने व्यापारियों की दुकानों में ताला लगाने को लेकर बात की तो निगमायुक्त ने कथित रूप से अपशब्दों का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि चोरी चमारी करना बंद करो। टैक्स की चोरी नहीं करने लिखित में देने को कहा। पार्षद दुर्गा सोनी ने महापौर को सारी बात फोन पर बताई। महापौर ने पहले निगमायुक्त से और बाद में कलेक्टर से बात की और मेडिकल व्यापारियों की दुकानों का ताला खुलवा दिया गया। भाजपा पार्षदों के सामान्य सभा में धरना देने और नारेबाजी करने पर महापौर रामशरण यादव और सभापति शेख नसरुद्दीन ने कहा कि वे अपनी शिकायत लिखकर दे दें वे रिपोर्ट बनाकर शासन- को भेज देंगे। इसके बाद भाजपा पार्षद शांत हुए।। सामान्य सभा की बैठक आधे घंटे रुकी रही ।इस बीच भाजपा के पार्षद नारेबाजी करते रहे। निगमायुक्त ने इस मामले में कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की। कांग्रेस पार्षद भी मौन रहकर भाजपा पार्षदों परोक्ष समर्थन करते नजर आए। निगम आयुक्त के व्यवहार को लेकर कांग्रेस पार्षद भी महापौर से नाखुशी जता चुके हैं। निगमायुक्त का आम जनता से सीधा वास्ता पड़ता रहता है। आम जनता अपनी समस्या को लेकर निगमायुक्त के पास पहुंचती रहतीं है। जाहिर है आम जनता से निगमायुक्त का व्यवहार अच्छा होना चाहिए। उसे लगना चाहिए कि बात सुनी गई है और समस्या का समाधान होगा। लोगों की यह शिकायत आम है कि निगमायुक्त मुलाकात करने से परहेज़ करते हैं। लोगों को चेंबर के बाहर घंटो इंतजार करना पड़ता है । निगमायुक्त के इस व्यवहार से लोगों में भी असंतोष है।आम जनता से मिलने में परहेज करने से निगम प्रशासन और आम जनता में दूरी बढ़ रही है। निगम के नीचे के अधिकारी काम नहीं करते तो लोग निगमायुक्त से मिलकर अपनी बात रखना चाहते हैं। निगमायुक्त से जब मिलना ही मुश्किल हो जाए तो आखिर लोग कहां जाएं। इस मामले में आम लोग ही नहीं सत्ता पक्ष भी चाहता है कि सक्षम अधिकारी हस्तक्षेप करें ताकि नगर निगम प्रशासन का कार्य व्यवहार जनापेक्षाओं के अनुरूप हो।

उपैक्षापूर्ण व्यवहार पर नाराजगी

जनप्रतिनिधियों को सम्मान देना और उनकी बातों पर गौर करना एक प्रशासनिक अधिकारी की कुशलता समझी जाती है। निगम आयुक्त कुणाल दुदावत मिलने आए लोगों को अपने चेंबर में बैठने को भी नहीं कहते। सामान्य सभा में पार्षदों द्वारा व्यक्त की गई नाराजगी का बड़ा कारण यही था। मौका पाकर निगम के ठेकेदार भी मन की भड़ास निकाली। निगमायुक्त के व्यवहार को लेकर हंगामे का पता चलने पर कहा वे जब कभी निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने जाते हैं तो ठेकेदारों से दुर्व्यवहार करते हैं। अपशब्दों का भी प्रयोग करते हैं। मातहत अधिकारियों से भी ऐसा ही व्यवहार किया जाता है। अधिकारी भी अपमानित होते हैं। पत्रकारों से भी मिलने से परेहज करते हैं । किसी खबर के लिए मिलने जाने वाले पत्रकारों को भी लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ता है।


निगमायुक्त ने अपशब्दों का प्रयोग किया

निगमायुक्त द्वारा मेडिकल कांपलेक्स की दुकानों का नक्शा पास नहीं होना बताकर ताला लगवा दिया गया था। व्यापारी मेरे पास आए तो मैं उनको लेकर निगम आयुक्त के पास गया। मैं एक जनप्रतिनिधि हूं , उन्होंने बैठने को भी नहीं कहा।् व्यापारियों कुछ बोलते उन्होंने कह दिया किहैं की व्यापारी टैक्स की चोरी कर रहे हैं। उन्होंने अपशब्द भी कहे। हम भाजपा पार्षद दल की मांग है कि सामान्य सभा में निंदा प्रस्ताव पास करके निगमायुक्त के खिलाफ शासन को भेजें। व्यापारी भी शहर की जनता ही हैं, जनता को चोर कहना एक उच्च अधिकारी को शोभा नहीं देता। नोटिस दिए बिना दुकानों में ताला लगाने की कार्रवाई अवैधानिक है।
दुर्गा सोनी
पार्षद
वार्ड क्रमांक 34

लिखित शिकायत मिली तो
शासन को भेजेंगे

पार्षद दुर्गा सोनी ने फोन करके मुझे असम्मानजनक व्यवहार होने की जानकारी दी । मैंने निगम आयुक्त से भी बात की और कलेक्टर से भी। मेडिकल कांप्लेक्स की दुकानों का ताला खुलवाया दिया गया है। भाजपा पार्षद दल से लिखित में शिकायत मांगी गई है । शिकायत की रिपोर्ट शासन को भेजेंगे ।
रामशरण यादव
महापौर , नगर निगम, बिलासपुर

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