बिलासपुर । भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने भेंट – मुलाकात के नाम पर राजनीतिक लाभ के लिए अपनी ब्रांडिंग करने का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रूपये बर्बाद कर विकास का ढिंढोरा पीट रहे हैं। भेंट – मुलाकात कार्यक्रम का विकास से कोई लेना-देना नहीं है। वह कितने ही फेरे लगा लें, सरकार की कथनी और करनी का फर्क छत्तीसगढ़ की जनता जान चुकी है।

ये शिष्टाचार भी नहीं
श्री अग्रवाल ने एक बयान में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास के कार्यक्रमों में केन्द्र सरकार के प्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं करने पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री भारतीय संघवाद के ढांचे को भुला चुके हैं। उन्होंने बिलासपुर में मल्टीलेवल पार्किंग, ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर, लाल बहादुर शास्त्री शाला का आत्मानंद विद्यालय में उन्नयन आदि करोड़ों रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। ये सारे कार्य केंद्र सरकार के द्वारा स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जनता की सुविधाओं के लिए भाजपा सरकार के समय मंजूर किये गए थे। चार हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि से स्मार्ट सिटी बिलासपुर का काम जारी है। राज्य सरकार ने इसके लिए निर्धारित मैचिंग ग्रांट नहीं दे रही है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री द्वारा स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास कर श्रेय लेने की कोशिश की जा रही है। संघीय शासन व्यवस्था के अंतर्गत केंद्र सरकार के मद से करोड़ों रुपयों की राशि से विकास कार्य लोकार्पण राज्य सरकार के द्वारा कराया जा रहा है लेकिन केंद्रीय मंत्री को अतिथि बनाने के शिष्टाचार का पालन तक मुख्यमंत्री , जिला और स्थानीय प्रशासन ने उचित नही समझा जो कि अत्यंत निंदनीय है।

बैराज बनेंगे समस्या
श्री अग्रवाल ने कहा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के मानकों के विरुद्ध अरपा नदी पर बनाया जा रहा बैराज प्रदूषण की समस्या खड़ा करने वाला है। नाला और नालियों के निर्माण के लिए सरकार के पास पैसे नहीं हैं ।पांच वर्षों में महज 20 करोड़ रुपये नगर निगम को राज्य सरकार से अनुदान मिला। नाला बनाने का काम बैराज बनाने के पहले होना चाहिये। श्री अग्रवाल ने कहा अरपा विकास की बाते करने वाले मुख्यमंत्री अरपा विकास प्राधिकरण के पदेन अध्यक्ष हैं, प्राधिकरण के गठन को डेढ़ वर्ष हो गया है और कुछ दिनों पूर्व उन्होंने कार्यभार संभाला,व। अरपा नदी में बन रहे बैराज में पानी कब आएगा, इसका जवाब किसी के पास नही है। अमर अग्रवाल ने कहा जीरो पावर कट वाले छत्तीसगढ़ में वीआईपी कार्यक्रम में भी आधा दर्जन बार बिजली की आँख मिचौली आम बात हो गई हैं।

माफियाओं का राज
छत्तीसगढ़ को माफियाओं ने जकड़ रखा है। जमीन माफ़िया, वन माफिया, रेत माफिया, खनिज माफिया, कोल माफिया, शराब माफिया, नशे के सौदागरों, चावल के लुटेरो,अवैध धंधे के कारोबारियों की सत्ता संरक्षण में की गई करतूतें छत्तीसगढ़ में रोज नए नए घोटालों के रूप में सामने आ रही है, जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है।

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