बिलासपुर । एक बेहद विवादास्पद मामले को लेकर जिले के रतनपुर में तनाव का माहौल निर्मित हो गया है। मामला पुलिस की कार्रवाई से जुड़ा हुआ है। पहले पुलिस दुष्कर्म के मामले में एक युवती की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार करती है और कुछ दिनों बाद उसी युवती की 37 वर्षीया मां को आरोपी के परिवार के 10 साल के बालक से यौन दुराचार करने के मामले में पाक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज देती है। पुलिस पर आरोप है कि उसने पाक्सो एक्ट की इस कार्रवाई में प्रक्रिया का पालन नहीं किया ।सुबह से रतनपुर बंद है।
एक युवक ने विधवा मां के साथ रहने वाली युवती का 4 साल तक शारीरिक शोषण किया। लड़की ने इसका विरोध किया, तब उसे पीटकर हाईवे में छोड़ दिया। इसी युवती की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी आफताब को रेप का केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था। बताया जाता है कि आरोपी के परिवार के लोग युवती की मां पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे कि वह अपनी बेटी से कहकर केस उठवा ले, कीमत देने की बात भी कही गई। इसी बीच 19 मई को पीड़िता की मां के खिलाफ आरोपी परिवार के ही 10 साल के एक बालक को सामने लाया गया और पुलिस ने उसकी शिकायत पर पीड़ित युवती की 37 वर्षीया मां के खिलाफ पाक्सो एक्ट के तहत यौन दुराचार का केस दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया हिंदूवादी संगठन पुलिस की इस कार्रवाई में साजिश देख रहे हैं उन्होंने इसका विरोध करते हुए थाने के बाहर जमकर हंगामा किया। रतनपुर में भारी पुलिस बल तैनात है।
बिलासपुर एसपी संतोष कुमार सिंह ने रतनपुर में शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यहां का माहौल खराब न हो, ये हम सब की जिम्मेदारी है। एसपी ने बताया कि एक जांच कमेटी जिसमें एडिशनल एसपी भी शामिल हैं, पूरे मामले की जांच करेगी और 3 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी। एसपी ने ये स्पष्ट किया कि किसी के साथ भी अन्याय नहीं होगा और कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी।
घटना को लेकर कल के हंगामे के देखते हुए एडिशनल एसपी सिटी, एसडीओपी कोटा सहित तहसीलदार थाने में देर रात तक डटे रहे। जिले भर से पुलिस जवानों को रतनपुर बुला लिया गया है। करीब दो घंटे तक यहां जमकर बवाल मचा। आंदोलनकारियों ने पीड़िता को न्याय नहीं मिलने पर रतनपुर बंद किया है। इसके साथ ही उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।