बिलासपुर। केंद्रीय विद्यालय बिलासपुर में आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय में अनेक कार्यक्रम हुए।
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय के प्राचार्य धीरेन्द्र कुमार झा उपस्थित थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अविस्मरणीय भूमिका निभाने वाले शहीदों को नमन किया। प्राचार्य झा ने बताया कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा देश भर के चुनिंदा विद्यालयों में विभाजन विभीषिका प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । इसी कड़ी में बिलासपुर जिले के केन्द्रीय विद्यालय में यह प्रदर्शनी लगाई गई।

कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों के सुमधुर स्वागत गीत से हुई। विभाजन की त्रासदी पर आधारित एवं विस्थापन की व्यथा की मार्मिक कथा ‘नमक’ को भावपूर्ण अंदाज़ में विद्यालय के शिक्षक सुनील पाण्डेय ने प्रस्तुत किया।
विद्यालय के संगीत शिक्षक लक्ष्मण कौशिक क मार्गदर्शन में अमोघ शुक्ला ने प्रेरणादायक देशभक्ति गीत की भावपूर्ण प्रस्तुति दी। विद्यालय के कप्तान एन राजगोपाल ने विभाजन की त्रासदी एवं स्वतंत्रता प्राप्ति को भावनात्मक अंदाज़ में रेखांकित करते हुए सशक्त भारत- अखण्ड भारत की कामना की।
विद्यालय की उपकप्तान समृद्धि शर्मा ने अपने संभाषण में देश विभाजन के दर्द को सबके सम्मुख प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि भारत को आज़ादी मिली, पर भारत- पाक विभाजन की त्रासदी भी झेलनी पड़ी। उन्होंने बताया कि उस समय हिंदुस्तान में कैसा माहौल था। एक तरफ आज़ादी का जश्न था, तो दूसरी तरफ विभाजन की त्रासदी भी। विद्यालय की शिक्षिका अनुपमा सिंह एवं माला शर्मा ने केन्द्रीय विद्यालय के इस आयोजन को अत्यंत सफल व प्रेरणादायक बताये हुए कहा कि विद्यार्थी देश के भविष्य हैं, जो देश की एकता व अखण्डता को सदा स्थापित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगे।
कार्यक्रम के संचालक सुनील पाण्डेय ने अपनी देशभक्तिपूर्ण एवं प्रेरणादायक मुक्तकों के माध्यम से सबका ध्यान खींचा।। धन्यवाद ज्ञापन एवं आभार प्रदर्शन खलीक अहमद सिद्दीकी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की सफलता में विद्यालय के शिक्षकों सौमेनदास गुप्ता, संतोष लाल,अनिल एक्का, वर्षा शर्मा, डॉ राजेश शर्मा एवं विद्यार्थियों अक्षय आनंद, आरव, हेमा त्रिपाठी, साईं राजशेखर, हर्षिता सोनी, वसु यादव,देवांशु आदि की सराहनीय भूमिका रही।

