टिकट के दावेदारों में दोनों ही पार्टियों में महिलाएं आगे
• अजय गुप्ता
सूरजपुर (fourthline)। सरगुजा लोकसभा सीट से भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां महिला उम्मीदवार पर दांव लगा सकती हैं। 2019 के चुनाव में भाजपा ने पहली बार किसी महिला को इस सीट से उतारा था और जीत भी हासिल की थी। हालांकि कांग्रेस ने अभी तक महिलाओं को मौका नहीं दिया है। इस बार कांग्रेस से भी महिलाओं की दावेदारी सामने आई है।
दोनों ही प्रमुख पार्टियां भाजपा और कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दो दिन सरगुजा में बिताए। इस यात्रा के जरिए उन्होंने पार्टी में जोश भरने की कोशिश की। भाजपा में लगातार बैठकों का दौर चल रहा है और कार्यकर्ताओं को पूरे उत्साह के साथ लोकसभा चुनावों के लिए तैयार किया जा रहा है। चर्चा है कि भाजपा फिर से महिला उम्मीदवार उतार सकती है । पिछली बार यहां से रेणुका सिंह जीती थीं और और केंद्र में मंत्री भी बनी थीं। सरगुजा से लगी हुई रायगढ़ लोकसभा सीट से भी पार्टी ने महिला उम्मीदवार ही उतारा था और गोमती साय सांसद चुनी गई थीं। सरगुजा और रायगढ़ दोनों सीटों से चुनी गईं महिला सांसद विधानसभा चुनाव जीत कर विधानसभा में पहुंच चुकी हैं। इससे यह संभावना बनी है कि इन दोनों महिला सांसदों वाले क्षेत्र में फिर महिला उम्मीदवार पार्टी दे सकती है। सरगुजा में इसलिए भी इसकी अधिक संभावना देखी जा रही है कि यहां महिलाओं की दावेदारी ज्यादा मजबूत है। विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा में महिलाओं का कद बढ़ा है । भाजपा सरकार की एकमात्र महिला मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े यहीं से हैं। इसे सरगुजा की नारी शक्ति के सम्मान के रूप में भी देखा जा रहा है। इससे महिलाओं में पार्टी की नई छवि उभरकर सामने आई है और पार्टी की महिलाओं में उत्साह का माहौल है।
सूरजपुर जिले से टिकट की दौड़ में शामिल महिलाओं में भाजपा जिला उपाध्यक्ष पुष्पा सिंह, शांति सिंह और संध्या सिंह का नाम सामने आ रहा है। ये सभी राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवार से ही हैं। सरगुजा जिले से फुलेश्वरी सिंह व अरुणा सिंह का नाम भी प्रमुखता से लिया जा रहा है। पार्टी इन महिला दावेदारों में से किसी के नाम पर मुहर लगा सकती है। फुलेश्वरी सिंह जिला पंचायत सरगुजा की अध्यक्ष के अलावा पार्टी की महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष भी रही हैं जबकि अरुणा सिंह महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री हैं। पुष्पा सिंह भाजपा जिला उपाध्यक्ष पद पर रहते हुए पार्टी के लिए काम कर रही हैं। शांति सिंह सूरजपुर जिले के साथ-साथ बलरामपुर जिले में महिला मोर्चा प्रभारी के तौर पर सक्रिय हैं। संध्या सिंह सूरजपुर जनपद अध्यक्ष रह चुकी हैं।
महिला आरक्षण बिल लाकर केन्द्र की मोदी सरकार ने राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का रास्ता तैयार कर दिया है। इसका असर दिखने लगा है। राजनीति में महिलाओं की दिलचस्पी बढ़ने लगी है। महिलाओं को आगे लाने के लिए चुनाव से बड़ा अवसर क्या हो सकता है ?
सरगुजा लोकसभा सीट से पिछली बार की तरह यदि पार्टी महिला उम्मीदवार उतारती है तो इससे चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाली दावेदारों के लिए बड़ा अवसर होगा। भाजपा सरगुजा से तीन महिलाओं को चुनाव लड़ाकर विधानसभा में भेज चुकी है। लोकसभा के लिए यहां से कई पुरूष दावेदार भी लाइन में हैं। पार्टी में महिला नेतृत्व उभारने की कोशिश भाजपा की रही है और विधानसभा चुनावों में यह देखा गया कि पार्टी ने कांग्रेस की तुलना में अधिक महिलाओं को टिकट दिया। इससे यह संभावना देखी जा रही है कि सरगुजा लोकसभा सीट से भी एक बार फिर पार्टी महिला उम्मीदवार को टिकट दे सकती है। हालांकि भाजपा की चुनावी रणनीति में कब क्या अप्रत्याशित हो जाए कहा नहीं जा सकता। विधानसभा चुनाव इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। पार्टी ने नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा किया। ये चेहरे भरोसे पर खरे भी साबित हुए। यह न केवल चुनाव में बल्कि नतीजे आने के बाद सरकार के गठन में भी देखा गया कि पार्टी नेताओं की नई पीढ़ी तैयार करने की नीति पर चल रही है। इसलिए भी भाजपा में नई पीढ़ी के विशेषकर महिला दावेदारों की तादाद बढ़ी है।
इसलिए कांग्रेस का महिला उम्मीदवार पर जोर
सरगुजा लोकसभा सीट से कांग्रेस भी महिला उम्मीदवार पर दांव लगा सकती है। इस पर जोर इसलिए भी है कि पिछले चुनाव में भाजपा ने महिला उम्मीदवार उतारकर यह सीट जीत ली थी। इस बार कांग्रेस महिला उम्मीदवार उतारना चाहती है और युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव सुश्री शशि सिंह का नाम उभर कर सामने आया है। जिला पंचायत सदस्य सुश्री शशि सिंह ने विधानसभा चुनाव में भी टिकट की दावेदारी की थी मगर उन्हें टिकट नहीं मिला। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बाद राजनीति में उनका कद तेजी से बढ़ा है। राहुल गांधी के न्याय यात्रा के तहत सरगुजा दौरे के बाद उनकी उम्मीदवारी और मजबूत हुई है। न्याय यात्रा में उनकी सक्रियता को लोग लोकसभा चुनाव की उम्मीदवारी से जोड़कर देख रहे हैं।लोकसभा चुनाव में दोनों ही दलों से महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में देखने को मिल सकती हैं।
जिले को फिर मिल सकता है महत्व
सरगुजा लोकसभा सीट में तीन जिले बलरामपुर अंबिकापुर व सूरजपूर आते हैं मगर इन तीनों जिले में सबसे ज्यादा दावेदारी सूरजपुर जिले के नेताओं की आई है। इससे ऐसी संभावना व्यक्त है की जा रही है कि जिले से ही लोकसभा का उम्मीदवार कोई बन सकता है।जिनमे पूर्व सांसद रेणुका सिंह भी एक बार फिर चुनाव मैदान दिखाई दे सकती हैं।अभी वह विधायक हैं। पूर्व गृह मंत्री रामसेवक पैकरा भी दावेदार हैं,जो राजनीति के अनुभवी व वरिष्ठ नेता हैं। वही नये व युवा चेहरो में अजजा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री सतनारायण सिंह का नाम प्रमुखता से सामने आया है इसके अलावे दीप नारायण सिंह,संत सिंह व वेद प्रकाश सिंह का नाम भी दावेदारों में हैं।कांग्रेस से प्रेमसाय सिंह और पूर्व सांसद खेलसाय सिंह का नाम सामने आया है।

