बिलासपुर। शहर सहित विभिन्न अंचलों में बिजली की समस्या को लेकर पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने मोर्चा खोलते हुए भारतीय जनता पार्टी जिला इकाई एवं नगर मंडल के विभिन्न कार्यकर्ता पदाधिकारियों के साथ देवकीनंदन चौक से सदरबाजार गोलबाजार सिटी कोतवाली क्षेत्र में पैदल मार्च किया।

श्याम टॉकीज के सामने बिजली विभाग के ऑफिस पहुंचकर ज्ञापन सौपा। इस मौके पर श्री अग्रवाल ने कहा बिलासपुर शहर में बिजली गुल होने की समस्या आम बात हो गई है,जिससे शहर के आम नागरिकों इस भीषण गर्मी में बेहाल हैं। सर्वांगीण विकास हेतु विद्युत उपलब्धता महत्वपूर्ण आयाम है जो व्यक्ति विशेष के जीवन को बेहतर करता है। शहरी क्षेत्रों में मेंटेनेंस की आड़ में बिजली कटौती की जा रही है।उन्होंने कहा कि बिजली विभाग की कंपनियों की लचर प्रणाली से जनता आक्रोशित हैं। बिजली के मामले में सरप्लस स्टेट होने के बावजूद बिलासपुर में घंटों बिजली गुल रहने और बिजली की आंख मिचौली से नगरवासियों की नींद हराम हो गई है। लोगों की यह भी शिकायत है कि विद्युत विभाग में कर्मचारी फोन व्यस्त रखते हैं। उपभोक्ताओ के पूर्व भुगतान का बकाया दिखाकर बिजली बिल हाफ की पात्रता से वंचित किया जा रहा है।बिजली बिल हाफ का दावा बिजली सप्लाई हाफ करके किया जा रहा है। बारिश का मौसम आने वाला है, ऐसे में स्थिति भयावह हो सकती है

भरोसा तोड़ने वाली सरकार

बिजली की दरों में कमी और अघोषित कटौती बंद करने की तख्तियां लिए पूर्वमंत्री अमर अग्रवाल और भाजपा पदाधिकारियों ने तपती दोपहरी में पैदल मार्च करते हुए भरोसे की बात करके भरोसा तोड़ने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चेतावनी देते हुए कहा कि बिजली के उत्पादन, वितरण, पारेषण में लाइन लॉस और मेंटेनेंस को भी सही ढंग से बिजली विभाग वाले अंजाम नहीं दे पा रहे हैं। बिजली की दरो में बढ़ोतरी करके जनता के सामने झूठ परोसा जा रहा है।कंपनियों को होने वाले घाटे की भरपाई उपभोक्ताओं से की जा रही है। बिजली कंपनियों में व्याप्त भ्रष्टाचार और बिजली चोरी पर नियंत्रण नहीं होने से से उत्पादन महंगा हो रहा है जिससे लोगों को बिजली अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है। 1 अप्रैल 2022 से सरकार ने बिजली बिल हाफ की जगह विद्युत के टैरिफ में बढ़ोतरी कर दी। नये टेरिफ श से घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट की खपत पर 10 रुपए अधिक देने पड़ रहे है। अमर अग्रवाल ने कहा बिजली चोरी से बढ़ते लाइन लास, उत्पादन, वितरण एवम प्रबंधन की खामियों को दूर किया जाए तो छत्तीसगढ़ में औसत 4 रूपए प्रति यूनिट पर भी उपभोक्ताओं को बिजली मिल सकती है। इस ओर सरकार का कोई ध्यान नहीं है।
पैदल मार्च में जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष जयश्री चौकसे मंडल अध्यक्ष नगर निगम उप नेता प्रतिपक्ष राजेश सिंह, अजीत सिंह भोगल, लक्ष्मीनारायण कश्यप, अमित चतुर्वेदी, राजेश पाण्डेय, शैलेन्द्र यादव, वैभव गुप्ता, मनीष अग्रवाल, महेश चन्द्रिकापुरे, जुगल अग्रवाल, नारायण गोस्वामी, अमित तिवारी, मोनू रजक, राजेश मिश्रा, बंधु मौर्य, अरविंद बोलर, श्रीकांत सहारे, कमल कौशिक, पंकज तिवारी, रंगा नादम, आशीष तिवारी, प्रवीन सेन, उदय मजूमदार, वल्लभ राव, दीपक सिंह, नितिन छाबड़ा, विजय ताम्रकार, चंद्रप्रकाश मिश्रा, रोहित मिश्रा, महर्षि बाजपयी अंचल दुबे, विश्वजीत ताम्रकार, विजय सिंह, संदीप दास, प्रकाश यादव, मुकेश राव, चंदना गोस्वामी, शोभा कश्यप, संतोषी देवांगन, रजनी यादव, कंचन दुसेजा, और मनीषा नंदी आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।

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