सरकार बदलने के बाद अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटा देने पहले रास्ते से हटाया 

पंखाजूर। छत्तीसगढ़ की राजनीति में सुपारी किलरों का प्रवेश हो गया है। राजनीतिक बदला लेने के लिए छोटे-बड़े नेता भाड़े के हत्यारों के जरिए राजनीति को लहूलुहान कर रहे है। राजनीति में बढ़ रही प्रतिव्दंदिता जुबानी कड़वाहट से आगे निकलकर हत्या तक पहुंच गई है जो चिंता का विषय है।

पखांजूर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष और भाजपा जिला उपाध्यक्ष असीम राय की हत्या के पीछे राजनीतिक षड़यंत्र की बात सामने आ रही है। हत्या की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली और पार्षद विकास पाल शामिल है। वहीं मुख्य शूटर विकास तालुकदार फरार है।

कांकेर जिले के पखांजूर में बीते सात जनवरी को भाजपा जिला उपाध्यक्ष व पखांजूर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष असीम राय की गोलीमार हत्या कर दी गई थी।  हत्याकांड की जांच के लिए राज्‍य सरकार ने एसआइटी गठित की थी।

एसआईटी ने जांच के बाद 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें नगर पंचायत अध्यक्ष बप्पा गांगुली और पार्षद विकास पाल भी शामिल है। सूत्रों के अनुसार, जांच में यह बात सामने आई कि पखांजूर नगर पंचायत अध्यक्ष के अध्‍यक्ष व कांग्रेस नेता बप्पा गांगुली और भाजपा पार्षद विकास पाल ने असीम राय की हत्या के लिए शूटर विकास तालुकदार को सुपारी दी थी।

 2019 के नगरीय निकाय चुनाव में पखांजूर नगर पंचायत में कांग्रेस ने 6 और 9 सीट जीती थी. लेकिन बीजेपी की मायारानी सरकार और विकास पाल ने क्रॉस वोटिंग की , जिसके चलते अध्यक्ष की कुर्सी कांग्रेस के खाते में चली गई। इसके बाद बीजेपी ने मायारानी सरकार को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।वर्तमान में अध्यक्ष बप्पा गांगुली और उपाध्यक्ष माया रानी सरकार है, जिनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी थी।

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