अम्बिकापुर। सूरजपुर जिले के रमकोला में  फसल की सुरक्षा के लिए बिछाए गए करंट में फंसकर हथिनी की मौत के बाद कुछ लोगों ने शव के टुकड़े कर गड्ढों में छिपा दिया।एलिफेंट रेस्क्यू सेंटर के पास धूरिया के जंगल में हथिनी के शव के अवशेष बरामद करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों का कहना  है कि उन्होंने हथियों से फसल की सुरक्षा के लिए करंट बिछाया था।ग्रामीणों ने फसल को बचाने जीआई तार के जरिए करंट बिछाया  था। 

डीएफओ पंकज कमल को किसी ग्रामीण ने सूचना दी थी कि धूरिया के जंगल में एक हथिनी को मारकर उसके शव को कई टुकड़ों में काटकर दफ़ना दिया गया है। वन अमले ने दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ में उनके बताए अनुसार खोदे गए गड्ढे में हथिनी के शव के अवशेष बरामद किए। हथिनी के  15 से 20 वर्ष की होने का अनुमान लगाया  गया है। इस मामले में वन अमले ने धूरिया निवासी नरेंद्र सिंह गोंड़ (37), जनकू राम (52), रामचंद्र अगरिया (58), माधव अगरिया (27) को गिरफ्तार किया है। दो अन्य ग्रामीणों की संलिप्तता बताई गई है, जो फरार हैं। 

पशु चिकित्सक डॉ. महेंद्र पांडेय, एलिफेंट रेस्क्यू सेंटर के डॉ. अजीत पांडेय और डॉ. शंभू पटेल की टीम ने शव का पोस्ट मार्डम किया। चिकित्सकों के अनुसार हथिनी की मौत करीब एक माह या 40 दिनों पहले हुई है। उसके पैरों और सूंड में करंट लगने के निशान मिले हैं। हथिनी के अंगों को कुल्हाड़ी और फावड़े से काटा गया है। पैर, सूंड और जबड़े सहित अन्य अंगों को 12 टुकड़ों में काटकर दफना दिया या गया था। जबड़े में 10-10 दांत मिले हैं।

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