रायपुर। Fake poor in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में चल रहे राशन कार्डों के सत्यापन के दौरान खाद्य विभाग को हजारों ऐसे राशन कार्डों की जानकारी मिली है, जो नियमों के खिलाफ बने हैं, जिन पर कार्यवाही करते हुए विभाग अब उन कार्डों को निरस्त करेगा।
Fake poor in Chhattisgarh: विभाग द्वारा की गई जांच के दौरान पता चला है कि ये वो लोग हैं, जिन्होंने जीएसटी और इनकम टैक्स रिटर्न भी दाखिल किया है। इतना ही नहीं जिनके पास एक हेक्टेयर से ज्यादा जमीन है, और उनकी आय 6 लाख रुपए वार्षिक से ज्यादा है, उन्होंने भी बीपीएल कार्ड बनवा रखा है। जांच में पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद इन राशन कार्डों को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। बताया जा रहा है कि ऐसे सभी कार्डों को ऑनलाइन ब्लॉक करना शुरू कर दिया गया है। जिन्होंने जीएसटी नंबर भी ले रखा है और साल भर में 25 लाख रुपए से भी अधिक का जीएसटी रिटर्न भरा है वे भी बीपीएल के दायरे से बाहर होंगे।
Fake poor in Chhattisgarh: कार्ड ब्लॉक करने पर किसी को आपत्ति है तो वे राशन दुकानदारों या विभाग के पास आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं। राज्य में ऐसे राशन कार्डों की संख्या 62 हजार 813 बताई जा रही है। राजधानी रायपुर में इनकी संख्या 10361 है, जिले में 640 लोग ऐसे हैं जो जीएसटी रिटर्न भरते हैं और बीपीएल का राशन कार्ड भी बनवा लिया है। इन सभी की पहचान आधार, पैन और राशन कार्ड को लिंक करने के बाद मिली है।
फर्जी गरीबों से पैसे की वसूली होगी
Fake poor in Chhattisgarh: रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने फर्जी राशन कार्डों को लेकर खाद्य विभाग के अफसरों को कहा कि जांच के काम में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला खाद्य नियंत्रक भूपेंद्र मिश्रा ने बताया कि हजारों की संख्या में ऐसे एपीएल राशन कार्डों की भी जानकारी मिली है जो पिछले तीन साल से राशन ले रहे हैं। इनसे पूरे पैसे की वसूली होगी।

