नई दिल्ली/रायपुर। CG News : महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) को समय के साथ नया स्वरूप देने की कवायद तेज हो गई है। इस कड़ी में अब मनरेगा को ‘जी राम जी’ (ग्रामीण इंटीग्रेटेड रोजगार और कृषि मिशन) के रूप में विकसित करने की दिशा में विचार किया जा रहा है। इस बदलाव को लेकर भाजपा के सोशल मीडिया सह संयोजक मितुल कोठारी द्वारा दिए गए सुझाव चर्चा में हैं।
CG News : मितुल कोठारी ने मनरेगा में व्यापक परिवर्तन से जुड़े अपने सुझाव प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को भेजे थे। पीएमओ ने इन सुझावों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभाग को अग्रेषित किया, जिसके बाद इस पर नीति स्तर पर मंथन शुरू हुआ है। मितुल कोठारी ने अपने प्रस्ताव में कहा था कि मनरेगा को केवल मजदूरी आधारित योजना तक सीमित न रखकर, इसे कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जोड़ते हुए आधुनिक और स्थायी रोजगार मॉडल बनाया जाना चाहिए। खासतौर पर कृषि क्षेत्र, जल संरक्षण, ग्रामीण अधोसंरचना और स्थानीय संसाधनों के बेहतर उपयोग पर फोकस करने की बात उन्होंने रखी थी।


CG News : सूत्रों के मुताबिक, ‘जी राम जी’ मॉडल के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के साथ-साथ कृषि उत्पादकता बढ़ाने और किसानों की आय में इजाफा करने पर जोर दिया जाएगा। यदि यह प्रस्ताव अमल में आता है, तो मनरेगा अपने मौजूदा स्वरूप से आगे बढ़कर ग्रामीण विकास की एक समग्र योजना के रूप में सामने आ सकती है।










