रायपुर।Hasdev aranhya: हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति के सहयोग से हसदेव अरण्य क्षेत्र के कोरबा जिले के पोड़ी उपरोड़ा ब्लॉक के 17 गांव की ग्रामसभाओं ने वनाधिकार मान्यता कानून 2006 के तहत सामुदायिक वन संसाधन अधिकार प्राप्त कर लिया है। लेमरू हाथी रिजर्व के रूप में अधिसूचित होने के बाद जिला स्तरीय समिति ने सभी दावों को स्वीकृत कर सामुदायिक वन संसाधन के अधिकारों को मान्यता प्रदान की है।
Hasdev aranhya: हसदेव अरण्य बचाओ समिति के संयोजक उमेश्वर सिंह आर्मो सहित सभी पंचायतों के सरपंचों ने एक बैठक आयोजित कर इस उपलब्धि को संघर्ष की एक महत्वपूर्ण जीत बताते हुए हसदेव अरण्य के समृद्ध जंगलों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया ।
जंगलों की कटाई रोकी जाए – शुक्ला
Hasdev aranhya: छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक सदस्य आलोक शुक्ला ने कहा कि यह एक सुखद अवसर है, कि जिस जंगल में खनन परियोजना प्रस्तावित थी, अब ग्रामसभा उस जंगल का संरक्षण और प्रबंधन करेगी।
गौरतलब है कि वनाधिकार मान्यता कानून आदिवासियों के साथ हुए ऐतिहासिक अन्याय को खत्म करने के लिए बनाया गया था। इस कानून का जितना प्रभावी क्रियान्वयन होगा आदिवासी और अन्य वन पर निर्भर समुदाय के साथ उतना ही न्याय होगा। उन्होंने कहा कि हसदेव के सरगुजा क्षेत्र में वनाधिकार मान्यता कानून का उल्लंघन करके खनन के लिए जंगल की कटाई रोकी जानी चाहिए।

