नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ के साथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इनके साथ कांग्रेस के करीब एक दर्जन विधायक और पूर्व विधायक भी बीजेपी की सदस्यता ले सकते हैं। इस बीच कमलनाथ अपने बेटे नकुल के साथ दिल्ली पहुंचे हैं।
कमलनाथ से जब बीजेपी ज्वाइन करने को लेकर पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि अगर कुछ ऐसा होगा तो आप लोगों को सबसे पहले सूचित करूंगा। सूत्रों का कहना है कि वह जल्द ही बीजेपी के बड़े नेताओं संग बैठक कर सकते हैं और बीजेपी अधिवेशन के तुरंत बाद बीजेपी के एक बड़े चेहरे के हाथों ये सभी बीजेपी की सदयता ले सकते हैं। इस बीच कांग्रेस समर्थक पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सोशल मीडिया प्रोफाइल से कांग्रेस का लोगो हटा लिया है। सज्जन सिंह वर्मा की गिनती कमलनाथ के सबसे कट्टर समर्थकों में होती है।
कमलनाथ छिंदवाड़ा से 9 बार लोकसभा का चुनाव जीते हैं. पिछले दो बार से छिंदवाड़ा से विधायक हैं. उनके बेटे नकुलनाथ इस समय छिंदवाड़ा से सांसद हैं। कमलनाथ दिसंबर 2018 और मार्च 2020 के बीच मुख्यमंत्री रहे. वे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं।
कमलनाथ को अपने पुत्र नकुलनाथ के राजनीतिक भविष्य की चिंता है। पिछले लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस को महज एक सीट भी मिली थी जो कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा की थी, जहां उनके बेटे नकुलनाथ ने कड़े संघर्ष के बाद जीत हासिल की थी। छिंडवाड़ा में कमलनाथ/नकुलनाथ की जीत का मार्जिन लगातार घटा है. वहीं बीजेपी ने छिंदवाडा को अपनी कमजोर सूची में रखा है और पिछले 3 सालों में बीजेपी ने वहां बहुत मेहनत की है।
दिग्वजिय बोले- हम उम्मीद नहीं कर सकते
कमलनाथ को लेकर चल रही इन अटकलों पर कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि मेरी कल रात कमलनाथ से बात हुई है. वो छिंड़वाड़ा में हैं. जिस आदमी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत नेहरू-गांधी परिवार के साथ की थी, उस आदमी से हम कैसे उम्मीद करें कि वो इंदिरा जी के परिवार को छोड़कर जाएगा. हमें तो ये उम्मीद भी नहीं करनी चाहिए।

