जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में हार के बाद एक महीने के भीतर ही कांग्रेस को जश्न मनाने का मौका मिल गया है। श्रीगंगानगर की श्रीकरणपुर विधानसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार सुरेंद्रपाल सिंह टीटी चुनाव हार चुके हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि बीजेपी इस उपचुनाव से पहले ही टीटी को भजन लाल कैबिनेट में मंत्री बना चुकी थी, इसलिए इस चुनाव में बीजेपी का काफी कुछ दांव पर लगा हुआ था। कांग्रेस प्रत्याशी रूपिंदर सिंह कूनर ने सुरेंद्र पाल टीटी को 12 हजार वोटों से हरा दिया है। चुनावी नतीजे से सरकार की सेहत पर भले ही कोई असर ना पड़े लेकिन इससे भाजपा को किरकिरी का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस प्रत्याशी के निधन
के बाद हुआ उपचुनाव
बता दें कि पिछले महीने चुनाव प्रचार के बीच कांग्रेस उम्मीदवार और तत्कालीन विधायक गुरमीत सिंह कूनर के निधन के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया था। उसके बाद उपचुनाव की घोषणा हुई थी। कांग्रेस ने कूनर के बेटे रूपिंदर सिंह को इस सीट से मैदान में उतारा था।
प्रत्याशी को ही मंत्री बना दिया था भाजपा ने
इधर भाजपा ने करणपुर से सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को प्रत्याशी घोषित किया और उन्हें भजन लाल के कैबिनेट में मंत्री भी बना दिया। सुरेंद्रपाल टीटी ने आज से ठीक 10 दिन पहले 30 दिसंबर को मंत्री पद की शपथ ली थी। तब सुरेंद्र पाल सिंह को भजनलाल सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया था, लेकिन अब चुनाव में हार के बाद उन्हें यह पद छोड़ना होगा। नियम के मुताबिक, किसी ऐसे व्यक्ति को मंत्री बनाया जा सकता है जो विधानसभा का सदस्य ना हो, लेकिन छह महीने के भीतर चुनाव जीतकर विधायक बनना आवश्यक है।

