50 हजार रुपए और पहने हुए जेवर के लिए की हत्या 

अम्बिकापुर। Murder for 50 thousand rupees and the jewellery worn: पुलिस ने व्यवसायी पुत्र अक्षत अग्रवाल की हत्या के मामले का खुलासा  कर दिया है।  जिस युवक को गिरफ्तार किया गया है उससे पुलिस ने तीन देशी पिस्तौल और 32 कारतूस के साथ अक्षत की सोने की चेन, ब्रेसलेट तथा दो अंगूठियां बरामद की है। 48 हजार नकद भी मिले हैं। आरोपी के अनुसार अक्षत के कहने पर उसने उसकी हत्या कर दी। पुलिस मामले में आगे जांच के लिए विशेष टीम भी गठित की है।

Murder for 50 thousand rupees and the jewellery worn: एसपी योगेश पटेल ने पत्रकारों को बताया कि स्थानीय पटपरिया निवासी महेश केडिया ने  20 अगस्त अपने पुत्र  इंसान रिपोर्ट दर्ज अक्षत अग्रवाल के लापता होने की सूचना पुलिस को दी थी। अक्षत शाम 6:00 बजे अपने घर से सफेद रंग की एक्स्टर कार क्रमांक सी जी/10/बी एस/4184 से बिना कुछ बताये निकला था और वापस घर नही आया था। उसका मोबाइल बंद बता रहा था। 

Murder for 50 thousand rupees and the jewellery worn: पुलिस ने अक्षत अग्रवाल के उपयोग किये जा रहे मोबाइल नम्बरों के सम्बन्ध में तकनीकी जानकारी प्राप्त कर गुमशुदा के सम्पर्क में रहे संदिग्ध युवक संजीव मण्डल उर्फ भानू को सबसे पहले पकड़ा। पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसी दिन शाम 6:30 बजे वह अक्षत अग्रवाल के साथ उसकी हुण्डई एक्सटर में बैठ कर ग्राम मेण्ड्रा के पहाड घुटरी जंगल में जाकर गुमशुदा अक्षत अग्रवाल के सीने में पिस्टल से 3 गोली मारकर हत्या कर दी । पुलिस ने उसकी निशानदेही पर घटनास्थल पर  हुण्डई एक्सटर कार क्रमांक सी जी/10/ बी एस/4184 के ड्रायविंग सीट पर गुमशुदा अक्षत अग्रवाल का रक्तरंजित शव पड़ा हुआ पाया।

Murder for 50 thousand rupees and the jewellery worn: पुलिस ने गहराई से पूछताछ शुरू की तो उसने बताया कि गुमशुदा अक्षत अग्रवाल ने  खुद की हत्या के लिए उसे 50 हजार नकद  एवं पहने हुए सोने के जेवर दिए जाने की बात कही थी । उसने बताया कि हत्या करने के बाद मृतक अक्षत अग्रवाल के गले की चेन व दो अंगूठी निकालकर पिस्टल वाले थैले में डाल लिया और मोटरसायकल से इंजीनियरिंग कॉलेज के पास गया। तीनों पिस्तौल व गोलियां झोला सहित फेंक दिया वहीं झाड़ी में फेंक दिया। नगद रकम व सोने के जेवर घर ले  आया। इस कबूलनामे के साथ उसे गिरफ्तार कर रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। 

सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी गांधीनगर निरीक्षक प्रदीप जायसवाल, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, प्रभारी साइबर रेंज थाना निरीक्षक कलीम खान, स्पेशल टीम प्रभारी सहायक उप निरीक्षक विवेक पाण्डेय, सहायक उप निरीक्षक विनय सिंह, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, प्रधान आरक्षक गणेश कदम, आरक्षक अनुज जायसवाल, सुयश पैकरा, विकाश मिश्रा, रमेश राजवाड़े, सत्येंद्र दुबे, संजीव चौबे, विकास सिंह, अमित विश्वकर्मा, अरविन्द उपाध्याय, ऋषभ सिंह, उमाशंकर साहू, घनश्याम देवांगन, पंकज लकड़ा, संजय राजवाड़े, आरक्षक साइबर रेंज थाना विवेक किंडो शामिल थे।

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