बंगलुरू। Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर की गई एयर स्ट्राइक में भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी की भूमिका देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। उनके साहस और नेतृत्व ने न केवल भारतीय सेना को गौरवान्वित किया, बल्कि उनका परिवार और गांव भी आज उनके पराक्रम पर गर्व से सिर ऊंचा किए खड़ा है।
Operation Sindoor: कर्नल सोफिया के ससुर गौसाब बागेवाड़ी, जो कर्नाटक के बेलगावी जिले के कोन्नूर गांव में रहते हैं, ने भावुक होकर कहा, मेरी बहू ने इतना गर्व महसूस कराया कि लोग अब आते-जाते मुझे सलाम करते हैं। गांव में हमारी इज्जत और बढ़ गई है। मैं बहुत खुश हूं। उन्होंने बताया कि सोफिया करीब छह महीने पहले घर आई थीं और आज उनके पराक्रम के किस्से गांव से लेकर देशभर में गूंज रहे हैं। गांव का हर व्यक्ति उन्हें सलाम कर रहा है, और उनके घर पर बधाई देने वालों की कतार लगी हुई है।
भारत की महिला शक्ति का प्रतीक
Operation Sindoor: बागेवाड़ी साहब ने कहा कि सोफिया की बहादुरी ने भारत की महिला शक्ति का उदाहरण प्रस्तुत किया है। पाकिस्तान जैसे देश धर्म और जाति की आड़ में वार करते हैं, जबकि भारतीय मुसलमान सामने से लड़ते हैं। अगर भारत की बेटियां इतनी बहादुर हैं, तो बेटों की ताकत का अंदाजा पाकिस्तान को अब लग जाना चाहिए। गुजरात की रहने वाली कर्नल सोफिया पहली बार वर्ष 2018 में सुर्खियों में आई थीं, जब उन्होंने पुणे में हुए आसियान देशों के संयुक्त सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना का नेतृत्व किया था। उस समय उनके नेतृत्व की देश-विदेश में सराहना हुई थी।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद फिर बनीं प्रेरणा
Operation Sindoor: अब एक बार फिर, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता में उनकी निर्णायक भूमिका ने उन्हें राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया है। उन्होंने इस कार्रवाई के बाद कहा यह ऑपरेशन सिर्फ भारत की ताकत नहीं, बल्कि यह संदेश भी है कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता से कभी समझौता नहीं करेगा।

