नई दिल्ली। Sandalwood smuggler veerappan: कुख्यात चंदन तस्कर और डाकू वीरप्पन की बेटी विद्दा रानी लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही हैं। विद्या रानी ने कहा कि वह तमिलनाडु के कृष्णागिरि निर्वाचन क्षेत्र से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ेंगी।
विद्या ने कुछ दिनों पहले भाजपा से इस्तीफा दे दिया था । विद्या रानी ने एक बयान में कहा कि वह नाम तमिलर काची (अभिनेता-निर्देशक सीमान के नेतृत्व वाले एनटीके) के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी । उन्होंने कहा कि उनके पिता लोगों की सेवा करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने इसके लिए जो तरीका चुना वह उचित नहीं था। उन्होंने कहा कि वह लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में आई हैं ।
Sandalwood smuggler veerappan: विद्या रानी पेशे से वकील हैं । वह एक एक्टिविस्ट भी हैं और आदिवासियों और दलितों के हित के लिए काम करती रही हैं । कुख्यात डाकू वीरप्पन 2004 में तमिलनाडु पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स के साथ मुठभेड़ के दौरान मारा गया था । BJP में शामिल होने के बाद उन्हें भाजपा यूथ ब्रिगेड में उपाध्यक्ष बनाया गया था , लेकिन हाल ही में अभिनेता-निर्देशक सीमान के नेतृत्व वाले एनटीके में शामिल होने के लिए उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी।
Sandalwood smuggler veerappan: वीरप्पन के नाम से प्रसिद्ध कूज मुनिस्वामी वीरप्पन दक्षिण भारत ही नहीं दुनिया का कुख्यात चन्दन तस्कर था। वीरप्पन ने महज 10 साल की उम्र में एक हाथी को मार डाला था और महज 17 साल की उम्र में पहली हत्या की घटना को अंजाम दिया था। वीरप्पन को कई दशकों तक पकड़ा या मारा नहीं जा सका जबकि कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल की तीन सरकारें उसके पीछे लगी हुईं थीं । वीरप्पन के आतंक को खत्म करने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स बनाया गया. साल 2004 में ऑपरेशन कोकून के नाम से चलाए गए ऑपरेशन में वीरप्पन और उसके कुछ साथियों को मार गिराया गया । वीरप्पन ने अपने जीवन में 184 लोगों की हत्या की थी. जिनमें से ज्यादातर वन विभाग और पुलिस के कर्मचारी थे । अब तक वीरप्पन पर 6 फिल्में बन चुकी हैं ।

