रायपुर। जशपुर से वरिष्ठ भाजपा नेता गणेश राम भगत को टिकट देने की मांग को लेकर प्रदेश भाजपा कार्यालय सामने धरने पर बैठे पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जमीन पर बैठकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरूण साव ने मनाने की भर सक कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। उन्होंने दोहराया कि वे यहां से तभी लौटेंगे जब गणेश राम भगत को प्रत्याशी बनाने का ऐलान किया जाए।
जशपुर के इन कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेतृत्व के लिए बड़ी अजीबोगरीब स्थिति पैदा कर दी है। इनके इस प्रदर्शन को देखते हुए प्रत्याशी बदलना भी पार्टी के लिए आसान नहीं है क्योंकि इसका उन सीटों पर भी नकारात्मक संदेश जाएगा, जहां पार्टी के घोषित प्रत्याशियों का विरोध किया गया है।
श्री साव धरना दे रहे कार्यकर्ताओं को सिर्फ इतना कह सके कि वह उनकी मांग पर पार्टी नेताओं से बात करेंगे, लेकिन वे उनकी इस बात से संतुष्ट नहीं हुए। श्री साव उनका रूख भांपकर वहां से निकल गए। कार्यकर्ता तीसरे दिन भी धरने पर बैठे रहे। वे पार्टी कार्यालय के सामने धरने के लिए राशन-पानी के साथ लेकर आए हैं। वे भी जानते हैं कि किसी घोषित प्रत्याशी को बदलना कितना मुश्किल होगा, फिर भी वे लौटने के लिए तैयार नहीं हैं। पार्टी की कोशिश है कि इन कार्यकर्ताओं को जल्द से जल्द मनाकर घरों को भेज दिया जाए मगर वे मानने को तैयार नहीं हैं। इस धरने पर प्रतिक्रिया के लिए गणेश राम भगत से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।श्री भगत भाजपा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। जशपुर जिले के बड़े आदिवासी नेताओं में उनकी गिनती होती है।

