सूरजपुर। Surajpur massacre: एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी-बेटी के बहुचर्चित हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप साहू को मदद पहुंचाने वाले आरक्षक प्रदीप साहू को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
Surajpur massacre: आईजी अंकित गर्ग के आदेश पर कोरिया की एडिशनल एसपी मोनिका ठाकुर और बलरामपुर एसडीओपी इमानुएल लकड़ा ने पूरे मामले की जांच की थी। जांच रिपोर्ट में बताया गया किहत्याकांड के आरोपी की आरक्षक ने मदद की। इसी रिपोर्ट पर एसएसपी सूरजपुर ने बर्खास्तगी की कार्रवाई की।
Surajpur massacre: 13 अक्टूबर 2024 की रात सूरजपुर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।सूरजपुर के बाजार पर निवासी कबाड़ी कुलदीप साहू का इसमें हाथ पाया गया था। अभी वह जेल में है। कुलदीप साहू जिलाबदर था। इसके बावजूद जिले में प्रवेश पर पुलिस ने जब कार्यवाही करनी चाही तब आरक्षक पर पर खौलता तेल फेंक कर कुलदीप साहू फरार हो गया था। फरारी के दौरान कोतवाली थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी और बेटी की घर घुसकर तलवार से बेरहमी से हत्या कर दी।
Surajpur massacre: 14 अक्टूबर को मां बेटी का शव मिलने के बाद पुलिस कुलदीप साहू की तलाश कर रही थी। कुलदीप साहू को बलरामपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर सूरजपुर पुलिस को सौंपा था। पुलिस की विभागीय जांच में यह जानकारी सामने आई कि कोतवाली थाने में पदस्थ आरक्षक प्रदीप साहू ने आरोपी कुलदीप साहू की अप्रत्यक्ष तौर पर मदद की थी। सह आरोपी सूरज साहू की गिरफ्तारी के बाद उसके परिचितों के संपर्क में आरक्षक प्रदीप साहू था। मामले में जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने प्रदीप साहू को सेवा से बर्खास्त कर दिया।

