बिलासपुर { Fourthline }। दो हजार (2000) के नोट अब चलन से बाहर हो रहे हैं। आरबीआई की घोषणा के बाद से लोग लोग धीरे-धीरे 2000 के नोट बैंकों में जमा कर रहे हैं। यूनियन बैंक और स्टेट बैंक से मिली जानकारी के अनुसार पहले 2 दिनों में लगभग 62 करोड़ रुपए जमा किए जाने का अनुमान है । यूनियन बैंक में प्रतिदिन नोट जमा हो रहे हैं ।एक्सचेंज कम हो रहा है । एक्सचेंज के लिए इक्का-दुक्का छोटे व्यापारी ही पहुंच रहे हैं।
रिजर्व बैंक ने 30 सितंबर तक का समय दिया है इसलिए रफ्तार धीमी है। और बहुत से आम लोगों के पास 2000 के नोट ही नहीं है। ज्यादातर व्यापारी वर्ग ही नोट जमा करने पहुंच रहा है। बहुत से लोग पेट्रोल पंपों में भी नोट बदल रहे हैं।
व्यापारियों ने आम लेनदेन में 2000 के नोट लेना लगभग बंद कर दिया है। जबकि सराफा बाजार में नोट लिए जा रहे हैं व्यवसायी राजेंद्र सोनी ने बताया पिछले 8 माह से 2000 के नोट बहुत कम प्रचलन में आ रहे थे। ज्यादातर लेनदेन 500 के नोटों में ही हो रहा था क्योंकि आजकल डिजिटल लेनदेन ज्यादा बढ़ गया है इसलिए बड़े नोटों का कोई विशेष महत्व नहीं है । लोग यूपीआई या कार्ड से पेमेंट करते हैं। सारे बड़े-बड़े पेमेंट कार्ड के जरिए या यूपीआई से ही हो रहे हैं।
बैंक अधिकारियों का अनुमान है कि अगले माह से नोटों के जमा होने की रफ्तार में तेजी आएगी। अभी कही भी कतार लगने की स्थिति नही है।