रायपुर। छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई के तरीके पर शराब घोटाले के आरोपी आबकारी अधिकारी अरूणपति त्रिपाठी ने स्पेशल कोर्ट में जज के सामने कहा कि ईडी के अधिकारी बड़े बेरहम हैं। कारी अधिकारी ने जज के सामने कहा कि ED ने उनकी पत्नी और स्वयं उन्हें बेवजह प्रताड़ित किया। ED ने उनकी पत्नी यानी एक महिला तक से बेरहमी से पेश आने की बात कही है। बताया कि ED ने उन्हें रात 3 बजे तक बिठाकर रखा, यही नहीं ED ने समय का कोई ध्यान नहीं रखा।
आगे उन्होंने कहा कि ED ने उनकी पत्नी को डरा-धमकाकर दबाव बनाते हुए हस्ताक्षर करने के लिए कहा. ED यहीं नहीं रूकी उन्होंने उनके सामने बहुत लोगों के साथ मारपीट की और अगला नंबर उनका होगा यह कहकर धमकी भी दी। इसी के साथ उन्हें हर बात पर अरेस्ट वारंट की धमकी दी जाती थी। बयान लेते वक्त उन्हें 24 घंटे तक रोके रखा गया। रात 3 रात बजे जब उनकी आँखों के सामने अँधेरा छाने लगा और बेहोशी की हालत में जबरिया उनसे हस्ताक्षर कराया गया।
ED की इस निर्मम कार्यवाही से उनके पूरे परिवार में डर का माहौल बना हुआ है, लगातार मिल रही धमकियों से परिवार के सभी लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि ED ने मुझ पर जबरदस्ती कुछ लोगों के नाम लेने का दबाव बनाया।
उन्होंने कहा कि दो गुटों की पॉलिटिकल लड़ाई में उन्हें शिकार बनाया गया है। ईडी ने आज शराब घोटाले के चारों आरोपियों को एक साथ स्पेशल कोर्ट में पेश किया था। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद स्पेशल मजिस्ट्रेट अजय सिंह राजपूत ने चारों को 13 जून तक न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया ।

