नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के सीधी जैसा पेशाव कांड राजस्थान के जयपुर में भी सामने आया है। जिले के जमवारामगढ़ इलाके में एक दलित के साथ पहले मारपीट की गई और फिर उसके ऊपर पेशाब कर जूते भी चटवाए गए। पीड़ित व्यक्ति ने कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा और डीएसपी शिवकुमार भारद्वाज समेत चार लोगों पर ये आरोप लगाया है। पीड़ित ने सभी के खिलाफ जमवारामगढ़ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है । यह एफआईआर कोर्ट के आदेश के बाद लिखी गई।
इधर, विधायक गोपाल मीणा का कहना है कि इस मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। ये जमीन से जुड़ा विवाद है। आरोप तो कोई भी लगा सकता है। मामले की जांच में दूध का दूध पानी का पानी सामने आ जाएगा।
जानकारी के अनुसार घटना 30 जून की है। लेकिन, डर की वजह से पीड़ित चुप रहा। गुरुवार को उसने दिल्ली में मीडिया के सामने घटना की जानकारी दी। 51 साल के पीड़ित दलित व्यक्ति ने अपनी शिकायत में बताया कि वह गांव टोडालडी आंधी में जमीन की देखभाल करता है। 30 जून की दोपहर वह पत्नी के साथ खेत पर काम कर रहा था। इस दौरान पुलिस वाले आए और उसे उठाकर कांग्रेस एमएलए गोपाल मीणा के घर ले गए। वह उनसे छोड़ने की गुहार लगा रहा था, इसी दौरान डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज ने उसके मुंह पर पेशाब कर दिया। साथ ही कहा कि राजा गोपाल मीणा को बिना नजराना दिए टोडालडी में तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई खेत में आने की।
आरोप है कि इसके बाद डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज और अन्य पुलिस कर्मी पीड़ित दलित को हॉल में ले गए। जहां कुर्सी पर बैठे कांग्रेस विधायक गोपाल मीणा ने उसे छोड़ने के लिए जूते चाटने को कहा। इसके बाद पीड़ित ने अपनी चीभ से विधायक के जूटे साफ किए, तब जाकर उसे छोड़ा गया।
पीड़ित ने ये भी आरोप लगाया कि वहां से आते समय डीएसपी शिव कुमार भारद्वाज ने उसे धमकी दी कि दोबारा टोडालडी वाले खेत पर मत दिखना। सरकार हमारी है, विधायक हमारा है। हमारी नियुक्ति इन्हीं के आदेश पर होती है। दोबारा वहां दिखा तो जान से मरवा देंगे और लाश का भी पता नहीं चलेगा।