शहर में निकली भव्य कलश यात्रा जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत
कलश यात्रा में हजारों महिलाओं ने लिया हिस्सा, भक्तिमय हुआ शहर
सूरजपुर। मानव में देवत्व भाव का उदय व धरती पर स्वर्ग के अवतरण की कामना के साथ 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ गुरुवार को भव्य व विशाल कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुआ। यह कलश यात्रा शहर के तीन मार्गों से निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में नारी महिलाओं ने हिस्सा लिया।
कलश यात्रा का शहर में जगह-जगह पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान मां गायत्री क भजन से पूरा शहर भक्तिमय हो गया । कलश यात्रा में पारंपरिक शैला सुगा नृत्य भी आकर्षण का केंद्र रहा।
शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में परमपूज्य गुरुदेव वेदमूर्ति, तपोनिष्ठ प. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा के सूक्ष्म संरक्षण में नारी सशक्तिकरण वर्ष के इस मौके पर 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ गायत्री शक्तिपीठ सूरजपुर के प्रांगण मे हो रहा है। भव्य पंडाल के नीचे हवन कुंड बनाए गए हैं। चार दिवसीय इस गायत्री महायज्ञ में रोजाना संगीत व प्रज्ञा पुराण कथा का आयोजन होगा।
इस यज्ञ का शुभारंभ आज भव्य मंगल कलश यात्रा के साथ किया गया जिसमें जिले भर की हजारों की संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। कलश यात्रा भैयाथान रोड, मेन रोड व केतका रोड से निकली। अग्रसेन चौक में ये यात्राएं एक साथ मिलीं ,जिनका भव्य स्वागत किया गया। यज्ञ स्थल पर कलश स्थापित करने के बाद सनातन धर्म का प्रतीक चिन्ह धर्म ध्वजा की स्थापना की गई। इस दौरान गुरुदेव के सद विचारों को जन-जन तक पहुंचाने शांतिकुंज से पहुंचे कथावाचकों द्वारा मंगल कलश यात्रा के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया और लोगों के जीवन में सुख समृद्धि बनी रहे, इसकी कामना की गई। शांतिकुंज के प्रतिनिधियों द्वारा बताया गया इस यज्ञ के माध्यम से मानव में देवत्व-भाव का उदय करना है जो गुरुदेव का संकल्प है। इससे धरती पर स्वर्ग लाया जा सकेगा। कलश यात्रा के बाद शाम को प्रज्ञा पुराण कथा का वाचन किया गया।
शुक्रवार की सुबह देव आव्हान किया जाएगा । इस देव पूजन में उपस्थित रहकर खुद को निहाल करने का आग्रह लोगों से किया गया। शांतिकुंज के प्रतिनिधियों द्वारा कहा गया कि देव पूजन के दौरान अंतरिक्ष से दैविक शक्तियों का आशीर्वाद हम सभी को मिलेगा। गायत्री परिवार के सदस्यों द्वारा इस विशाल यज्ञ को लेकर महीने भर से तैयारी की जा रही थी। यज्ञ स्थल को भव्य रूप से सजाया गया है। संगीत,कथा , वैदिक मंत्रोच्चारण की गूंज पूरे शहर में हो रही है, जिससे भक्तिमय वातावरण बना हुआ है। शांतिकुंज से टोली नायक के रूप में सुनील शर्मा गायक , रमेश तिवारी वादक ,सदगिरी गोस्वामी भूषण चौधरी प्रमुख रूप से उपस्थित हैं , जिनके द्वारा परमपूज्य गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के सदविचारों को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। इस यज्ञ को सफल बनाने में गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य ट्रस्टी भोला प्रसाद अग्रवाल, जिला समन्वयक शिव शंकर कुशवाहा, यज्ञ के आयोजक मंडल में पवन गर्ग, जगमोहन अग्रवाल,राम भजन अग्रवाल,अजय अग्रवाल,अवधेश गोयल,एसपी खंडेत, विजय निगम सुशील निगम, लोचन प्रसाद गुप्ता, शिव शंकर साहू, शशिकांत गर्ग विमल रजक ममता अग्रवाल,रैनी अग्रवाल अनु कांडे,डॉ. स्वर्णा शर्मा लक्ष्मी सिंह आदि सक्रिय हैं। जिला समन्वयक शिव शंकर कुशवाहा व पवन गर्ग ने बताया कि यज्ञ स्थल पर गुरूदीक्षा, पुंसवन, मुण्डन, विद्यारंभ नामकरण, विवाह आदि संस्कार निःशुल्क कराये जायेंगे। संस्कार हेतु यज्ञ स्थल पर पहुंचकर इच्छुक व्यक्ति अग्रिम पंजीयन करा सकते हैं धर्म प्रेमियों बंधुओ से यज्ञ में पहुंचकर पुण्य लाभ उठाने का आग्रह किया गया है।
प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा का अनावरण 30 को
राष्ट्र जागरण अभियान व 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ 31 दिसंबर को पूर्णाहुति के साथ संपन्न होगा इस दौरान 30 दिसंबर को प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा का अनावरण श्रद्धेय डॉ. चिन्मय पण्ड्या कुलपति, देव संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा किया जाएगा। द्वितीय दिवस 29 दिसम्बर को ध्यान-साधना एवं प्रज्ञायोग व्यायाम, देव पूजन एवं गायत्री महायज्ञ , दोपहर में कार्यकर्ता गोष्ठी ,सायं को नारियों जागो स्वयं को पहचानों पर आधारित प्रज्ञा पुराण कथा, तृतीय दिवस शनिवार को ध्यान साधना एवं प्रज्ञायोग व्यायाम,संस्कार परम्परा,गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार, शाम को राष्ट्र समर्थ और सशक्त कैसे बने सप्त आंदोलन व दीपमहायज्ञ,प्रज्ञा पुराण कथा चतुर्थ दिवस रविवार को गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार व पूर्णाहुति एवं वंदनीया माताजी की जन्मशताब्दी के न्यूनतम संकल्प साधना के साथ यज्ञ का समापन होगा और टोली विदाई की जायेगी।