रायपुर । Jheeram ghati Massacre: छत्तीसगढ़ की झीरम घाटी हत्याकांड की रिपोर्ट सरकार जल्द ही सार्वजानिक करेगी। प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने जगदलपुर में कहा कि हमारी सरकार झीरम की रिपोर्ट सार्वजनिक करेगी।
Jheeram ghati Massacre: डिप्टी सीएम ने इस मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि, वे सबूत जेब में रखे हैं, लेकिन निकाल नहीं रहे हैं। उसे भी निकलवाना पड़ेगा। भूपेश बघेल लगातार यह बयान देते रहे हैं कि झीरमकांड का सबूत उनके पास है। बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने इस मामले की नए सिरे से जांच के लिए एसआईटी भी गठित की थी, लेकिन उसकी जांच शुरू नहीं हो पाई ।
Jheeram ghati Massacre: 25 मई 2013 को झीरम घाटी (बस्तर) में नक्सलियों ने कांग्रेस के काफिले पर हमला कर दिया था। इस हमले में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री वीसी शुक्ल और पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा सहित कई बड़े नेता मारे गए थे। कांग्रेस के नेता इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए बीजेपी सरकार पर सच छिपाने का आरोप लगाते हैं। वहीं बीजेपी इस मामले में काग्रेस नेताओं को ही कठघरे में खड़ा करने का प्रयास करती रही है।
Jheeram ghati Massacre: वर्ष में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में परिवर्तन यात्रा निकाला। यह यात्रा बस्तर संभाग में भी पहुंची। सुकमा में सभा के बाद कांग्रेस नेताओं का पूरा काफिला जिसमें नंद कुमार पटेल, उनके पुत्र दिनेश पटेल, महेंद्र कर्मा, विद्याचरण शुक्ल, पूर्व विधायक उदय मुदलियार, कोंटा विधायक कवासी लखमा सहित कांग्रेस के कई नेता, कार्यकर्ता और सुरक्षा कर्मी शामिल थे। कांग्रेस नेताओं का काफिला जैसे ही बस्तर की झीरम घाटी में पहुंचा पहले से घात लगाए बैठे नक्सलियों ने हमला बोल दिया। इस घटना में कुल 33 लोगों की मौत हुई थी। एक मात्र कवासी लखमा वहां से सुरक्षित निकलने में सफल रहे थे।