रायपुर । Poet-hearted teacher suspended: जशपुर जिले के एक सरकारी शिक्षक को महज इसलिए निलंबित कर दिया, क्योंकि उसने इस वर्ष गर्मी की छुट्टियों में भी शिक्षकों से समर कैंप के बहाने काम लिए जाने को लेकर शिक्षकों के दर्द को व्यंग्यात्मक लहजे में कविता लिख कर वायरल कर दिया।
Poet-hearted teacher suspended: “कलेजे को ठंडक” नमक शीर्षक से लिखे गए इस व्यंग्य को लेकर बाकायदा जांच की गई और शिक्षक को सस्पेंशन लेटर जारी कर दिया गया।जिला शिक्षा अधिकारी, जशपुर ने कांसाबेल के शासकीय प्राथमिक शाला सरई टोली के सहायक शिक्षक रवि खटकर को निलंबित किया है।
शिक्षक की कविता –
कलेजे में ठंडक (व्यंग्य )
जैसे ही स्कूलों मे, 30 अप्रैल का दिन आया
शिक्षा विभाग के अधिकारियो का सर चकराया।
एक अधिकारी ने दूसरे से कहा –
अरे ! फिर शिक्षकों की डेढ़ माह की छुट्टी हो जायगी।
ये घर मे परिवार संग,आराम करेंगे।
हम भीषण गर्मी मे काम करेंगे, कोई तरीका तो बताओ, इनका भी पसीना निकलवाओ।
दूसरे ने कहा – सर ! बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता का सहारा ले सकते हैं।
इन शिक्षकों को समर कैम्प के, नाम पर ठग सकते हैं।
ऐसा क्रन्तिकारी काम हम पहले भी कर चुके हैं ।
सूखाग्रस्त क्षेत्र मे मध्यान्ह भोजन के नाम इन्हें छल चुके हैं ।
पहले अधिकारी ने कहा – मंत्री तक शिकायत तो नहीं होगी।
दूसरे ने धीमे स्वर मे कहा –
एक राज की बात बताऊ – जो बच्चे बचपन मे पढ़ाई से किनारा करते हैं।
वो ही तो सामान्यतः आगे चलकर नेता बनते हैं।
शिक्षा व्यवस्था जटिल है, वो कहा समझ पाएंगे?
यदि समझने की कोशिस करेंगे, तो बीमार पड़ जायेंगे।
इसलिए पूरी शिक्षा व्यवस्था को हम ही चलाते हैं ।
इनसे तो हम मात्र सिग्नेचर कराते हैं।
जहाँ तक विभिन्न संघों की बात है, उन्हें तो संघठित होने मे ही बहुत वक्त लगेगा, तब तक हमारा समर कैम्प चलेगा।
वैसे भी शिक्षा गुणवत्ता से, हमारा कोई लेना देना नहीं है
हम सभी जानते हैं कि – समर कैम्प मे बच्चे,
बिलकुल नहीं आएंगे
पर हम अपने कलेज़े को ठंडक पहुंचा पाएंगे,
क्योंकि समर कैम्प के नाम पर, शिक्षक तो पिसायेंगे..।
Poet-hearted teacher suspended: शिक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुप में डाली गई इस कविता के वायरल होते ही जिला शिक्षा अधिकारी ने बीईओ कांसाबेल को इसकी जांच के निर्देश दे दिए। 20 मई को पोस्ट की गई इस कविता को लेकर BEO द्वारा की गई जांच के प्रतिवेदन के आधार पर जशपुर जिला शिक्षा अधिकारी ने सहायक शिक्षक रवि खटकर को निलंबित कर दिया। निलंबन आदेश में उल्लेख है कि सहायक शिक्षक रवि खटकर ने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधि / योजनाओं, जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के विरूद्ध अनर्गल टिप्पणी करते हुए विभाग की छवि को धूमिल किया है, और उनका यह कृत्य छ.ग. सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम 3 के सर्वथा विपरीत है, जो कदाचरण की श्रेणी में आता है।
कर्मचारी नेताओं ने किया विरोध
Poet-hearted teacher suspended: एक शिक्षक द्वारा लिखी गई रचना को लेकर उनके निलंबन की कार्यवाही का कर्मचारी नेता विरोध कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के रायपुर जिला अध्यक्ष फारूख कादरी ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी सभी को है, और शिक्षक ने जो किया वह उनकी अभिव्यक्ति की आजादी के तहत आता है, केवल इस बिना पर कोई कार्रवाई करना गलत है। कार्यवाही का विरोध किया जायेगा।कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के अध्यक्ष कमल वर्मा ने इस मुद्दे पर कहा कि शिक्षक ने ऐसा कोई अपराध नहीं किया है जो उसके खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि इस मामले को शिक्षा विभाग के DPI के समक्ष रखेंगे और इस कार्यवाही को वापस लेने की मांग करेंगे।