रायपुर। Protest against hike in electricity rates: बिजली दरों में हुई 25 प्रतिशत बढ़ोतरी के विरोध में उद्योगपतियों ने मोर्चा खोला दिया है। उद्योपतियों का कहना है कि महंगी बिजली के कारण उद्योगों के सामने एक बड़ा संकट पैदा हो गया है और इसके चलते 30 जुलाई ´यानि आज से सभी फैक्ट्रियां बिजली दर में बढ़ोतरी के विरोध में बंद हो जाएंगी। बंद होने वाली फैक्ट्रियों में मिनी स्टील प्लांट व फेरो एलाय फैक्ट्रियां रहेगी, इनकी संख्या करीब 200 है। 

Protest against hike in electricity rates: छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नचरानी ने बताया कि बिजली दर में बढ़ोतरी उनके लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। इसके चलते उद्योगों की उत्पादन लागत काफी ज्यादा बढ़ गई है और हर उद्योग को 25 लाख से लेकर 2.5 करोड़ तक का ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है। नचरानी ने कहा कि फैक्ट्रियां बंद होती है तो इसका प्रभाव प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा, साथ ही बेरोजगारी पर भी पड़ेगा। सीएसपीडीसीएल का 60 प्रतिशत लोड हमारे उद्योगों द्वारा ही आता है।

protest against hike in electricity rates: उन्होंने बताया कि बिजली की महंगी दर से निजात दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल) को पत्र भी लिखा गया है और उसे बिजली की महंगी दर के कारण होने वाली परेशानी से अवगत भी कराया गया है। उद्योगपतियों का कहना है कि बीते 15 दिनों से उद्योगों को यह परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस संबंध में अधिकारियों के साथ ही मंत्रियों से भी मुलाकात की जा चुकी है। इसके बाद भी केवल आश्वासन ही मिला है,इस संकट से बाहर निकलने में हमें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

छत्तीसगढ़ दूसरा बड़ा इस्पात उत्पादक

Protest against hike in electricity rates: मालूम हो कि प्रदेश में करीब 850 से ज्यादा इस्पात उद्योग है। ओडिशा के बाद देश में दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक राज्य है। बिजली की दरों में बढ़ोतरी के चलते हम बाहरी राज्यों से प्रतिस्पर्धा नहीं कर पा रहे है। फैक्ट्रियों के बंद होने से सरकार को राजस्व का भी नुकसान होगा। इन दिनों वैसे ही स्टील उद्योग बाजार की मंदी से जूझ रहे है और ऊपर से महंगी बिजली की दरों ने तो हालत ही खराब कर दी है।

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