अम्बिकापुर। Guru Ghasidas-Tamor Pingla Tiger Reserve: छत्तीसगढ़ सरकार ने गुरुघासीदास – तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व गठित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है एवं इसे टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित कर दिया है। राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
Guru Ghasidas-Tamor Pingla Tiger Reserve: इस टाइगर रिज़र्व के गठन से बाघों की संख्या बढ़ेगी । इस रिजर्व क्षेत्र में बाघों की मौजूदगी का पता चलता रहा है। टाइगर रिज़र्व के रूप में तिमोर पिंगला बाघों का प्राकृतिक आवास बनेगा और बाघों सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। अब राज्य सरकार इस नए टाइगर रिजर्व को राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण की मंजूरी कितनी जल्दी दिला पाती है, यह महत्वपूर्ण होगा। प्राधिकरण की मंजूरी के बाद रिजर्व में अधिसंरचनाओं के विकास के लिए आर्थिक मदद मिलने लगेगी। टाइगर रिजर्व की क्षेत्रीय विकास में भी बड़ी भूमिका हो सकती है।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
Guru Ghasidas-Tamor Pingla Tiger Reserve: टाइगर रिज़र्व के गठन से ईको-पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय समुदायों के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। गाईड, पर्यटक वाहन संचालन, और रिसॉर्ट्स के संचालन के साथ-साथ अन्य पर्यटन संबंधित सेवाओं से स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ होगा। राष्ट्रीय प्रोजेक्ट टाइगर ऑथोरिटी से अतिरिक्त बजट प्राप्त होगा, जो क्षेत्र के विकास और आजीविका सुधार के लिए उपयोगी होगा।
देश का तीसरा बड़ा टाइगर रिजर्व होगा
Guru Ghasidas-Tamor Pingla Tiger Reserve: गुरुघासीदास – तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व 2829.387 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला देश का तीसरा बड़ा टाइगर रिजर्व होगा। आंध्रप्रदेश का नागार्जुनसागर श्रीसैलम टाइगर रिजर्व 3296.31 वर्ग किमी के साथ देश का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है। वहीं, असम का मानस टाइगर रिजर्व 2837.1 वर्ग किमी क्षेत्रफल के साथ देश दूसरा बड़ा टाइगर रिजर्व माना जाता है।