रायपुर। Boundaries of new districts determined: छत्तीसगढ़ में नवगठित छह जिलों गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सारंगढ़-बिलाईगढ़, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, मोहला- मानपुर- अंबागढ़ चौकी, सक्ती और मनेंद्रगढ़ – – चिरमिरी-भरतपुर में सरकार ने इ जिला पंचायतों के लिए सीमा का निर्धारण किया है।
Boundaries of new districts determined: इस पर दावा-आपत्ति 10 दिनों के भीतर मंगाई है। दावा आपत्तियों एवं सुझावों पर सुनवाई के लिए बाद में तारीख तय की जाएगी। इसी बीच यह संभावना भी दिख रही है कि इस साल के अंत में होने वाले त्रिस्तरीय जिला पंचायतों के चुनाव इन नव गठित जिला पंचायतों में भी होंगे।
जिला पंचायतों में शामिल क्षेत्र
Boundaries of new districts determined: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में पेंड्रारोड, मरवाही, पेंड्रा तहसील, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में सारंगढ़, बरमकेला, सरिया, बिलाईगढ़ और भटगांव, खैरागढ़- छुईखदान-गंडई जिले में खैरागढ़- गंडई, छुईखदान, और साल्हेवारा तहसील, मोहला-मानपुर- अंबागढ़ चौकी जिले में मोहला, मानपुर, औंधी, खडगांव, अंबागढ़ चौकी तहसील, सक्ती जिले में सक्ती, मालखरौदा, जैजेपुर, बाराद्वार, डभरा, अडभार तहसील, मनेंद्रगढ़ – चिरमिरी- भरतपुर जिले में मनेंद्रगढ़, चिरमिरी केल्हारी, भरतपुर, कोटाडोल, खड़गवां तहसील शामिल है।
Boundaries of new districts determined: राज्य सरकार द्वारा नए जिलों में जिला पंचायतों के गठन की प्रक्रिया को लेकर ये संभावना बनती दिख रही है कि इस साल के अंत में होने वाले राज्य में त्रिस्तरीय जिला पंचायतों के चुनाव में इन नवगठित जिला पंचायतों को भी शामिल किया जा सकता है। हालांकि सरकार की ओर से इस संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है।
Boundaries of new districts determined: दूसरी ओर इस बात की संभावना भी है कि राज्य में नगरीय निकायों और और पंचायतों के चुनाव भी एक साथ हो सकते हैं। इसे एक प्रदेश एक चुनाव के अभियान के रूप में देखा जा रहा है। सरकार ने एक साथ निकाय और पंचायतों के चुनाव करवाने के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए हैं। लिहाजा ये संभावना भी बनी है कि ये दोनों चुनाव एक साथ हो सकते हैं।