रायपुर। Congress’ Kisan Jawan Rally: राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में भारी बारिश के बीच कांग्रेस की किसान, जवान और संविधान रैली में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी और शाह ने छत्तीसगढ़ की संपत्ति उद्योगपतियों को बेच दी है, और प्रदेश सरकार अब दिल्ली की कठपुतली बनकर रह गई है।
Congress’ Kisan Jawan Rally: खड़गे ने मंच से कार्यकर्ताओं को बारिश में डटे रहने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, हम मंच पर भीग रहे हैं, आप मैदान में भीग रहे हैं, लेकिन पार्टी के लिए ये समर्पण दिखाता है कि आप हर संघर्ष के लिए तैयार हैं। उन्होंने याद दिलाया कि यहीं रायपुर में 2023 का महाधिवेशन हुआ था, जहां उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था।
Congress’ Kisan Jawan Rally: खड़गे ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के जंगल, जमीन और खनिज संसाधन सब कुछ अडाणी-अंबानी जैसे उद्योगपतियों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा, यहां उद्योगपति कोयला, स्टील और आयरन ओर लूटने आ रहे हैं, जनता की भलाई के लिए नहीं। मुख्यमंत्री केवल दिल्ली के इशारों पर उठते-बैठते हैं।उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 400 पार का दावा करने वाले आज दूसरों की बैसाखियों पर चल रहे हैं। अगर मध्यप्रदेश और राजस्थान में हमें कुछ सीटें और मिल जातीं तो मोदी को गुजरात भेज चुके होते।
Congress’ Kisan Jawan Rally: खड़गे ने खुलासा किया कि रायपुर में जब कांग्रेस का अधिवेशन हुआ था, तब उसे विफल करने के लिए ईडी की छापेमारी करवाई गई थी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को दबाना चाहती है। खड़गे ने सभा में कहा कि कांग्रेस की सरकार ने कर्जमाफी, एमएसपी, आरक्षण, शिक्षा और आदिवासी अधिकारों को मजबूत किया। बीजेपी आई और सब कुछ खत्म कर दिया सिर्फ अमीरों के लिए सरकार चल रही है, गरीबों के लिए नहीं।
Congress’ Kisan Jawan Rally: खड़गे ने कहा कि केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के संसाधनों को कॉरपोरेट्स के हवाले कर दिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय केवल मोदी-शाह के इशारों पर चल रहे हैं। कांग्रेस सरकार की सभी योजनाएं जैसे गौठान, गोबर खरीदी, हाट बाजार, स्वामी आत्मानंद स्कूल बंद कर दी गईं। महिलाओं, युवाओं को मिलने वाले लाभ और रोजगार भत्ता रोका गया, लेकिन शराब की 67 नई दुकानें खोल दी गईं।15 लाख, 500 रुपये का सिलेंडर, एमएसपी जैसे वादे झूठे निकले। खड़गे ने कहा कि मणिपुर जल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री एक बार भी वहां नहीं गए। पहलगाम हमले के बाद सभी दलों की मीटिंग बुलाई गई, लेकिन पीएम मोदी नहीं पहुंचे।

