• हाईकोर्ट के आदेश को भी विश्वविद्यालय कर रहा नजरअंदाज
बिलासपुर । Indira Gandhi krishi Vishwavidyalaya : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्याल में स्पोटर्स टीचर जैसे गैर शैक्षिक पद वाले कर्मचारियों को 62 साल की उम्र में ही जबरिया रिटायर किया जा रहा है जबकि विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल ने शिक्षक कैडर के समतुल्य माने जाने वाले गैर शैक्षिक कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु भी 65 साल तय की है। हाईकोर्ट भी इस व्यवस्था पर मुहर लगा चुका है, लेकिन इस आदेश को भी विश्वविद्यालय नजरअंदाज कर रहा है।

Indira Gandhi krishi Vishwavidyalaya : इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की शैक्षिक परिषद (एकैडमिक काउंसिल) ने अपनी 88वीं बैठक में निर्णय लिया था कि स्पोर्ट्स टीचर और लाइब्रेरियन जैसे गैर शैक्षिक पदों को टीचिंग कैडर के समतुल्य माना जाएगा। इनकी सेवा शर्तें विश्वविद्यालय परिनियम-2009 के सेक्शन 9 (4) के अधीन होंगी और इनकी सेवानिवृत्ति आय़ु भी 65 साल होगी और टीचिंग कैडर स्टाफ की तरह इन्हें भी 65 साल में ही रिटायर किया जाएगा।

Indira Gandhi krishi Vishwavidyalaya : विश्वविद्यालय की गर्वनिंग बाडी भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने भी विश्वविद्यालय प्रबंधन को इन नियमों के परिपालन का निर्देश दिया है। उसी क्रम में अकैडमिक काउंसिल की बैठक का आयोजन कर फैसलों को मान्यता दी गई। हाईकोर्ट ने भी एक मामले में इस वर्ग की रिटायरमेंट आयु 65 साल ही माने जाने का फैसला दिया था। हाईकोर्ट ने सिविल अपील क्रमांक 4267/2011 पीसी मोदी बनाम जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में 13/12/2023 को दिए फैसले में कहा था कि टीचिंग कैडर के समतुल्य वाले गैर शैक्षिक पद धारी भी 65 साल की आय़ु में रिटायर किए जाएंगे, लेकिन विवि प्रबंधन अदालत के इस फैसले को भी नजरअंदाज कर रहा है।।

Indira Gandhi krishi Vishwavidyalaya : लाइब्रेरियन तो लाइब्रेरी का प्रबंधन संभालने के साथ ही लाइब्रेरी साइंस और सूचना विज्ञान जैसे विषयों के विद्यार्थियों को अध्यापन भी कराते हैं। इस सबके बाद भी विश्वविद्यालय प्रबंधन अपनी मनमानी पर उतारू है और इस स्टाफ को 62 साल की उम्र में रिटायर कर रहा है। इसे कर्मचारियों ने अपने अधिकारों का हनन बताया है और उनमें काफी रोष है। उनके नहीं रहने से लाइब्रेरी साइंस जैसे विषयों के अध्यापन में भी दिक्कते हो रही हैं, लेकिन प्रबंधन को स्टाफ या विद्यार्थी किसी की चिंता नहीं है।

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