बिलासपुर के लिए प्रत्याशी चुनने सबकी राय लेगी पार्टी, फोरम में अंतिम फैसला
■ अतुल कांत खरे
बिलासपुर (Fourthline)। बिलासपुर विधानसभा का चुनावी परिदृश्य इस बार आम आदमी पार्टी की धमक से भी गुंजित होगा । यह पार्टी अब सिर्फ वोट कटवा नहीं वरन तीसरी ताकत बनने के लिए तत्पर है। प्रत्याशी चयन का गुणा-गणित शुरू हो चुका है।
पिछले विधानसभा चुनाव में बिलासपुर सीट पर आप ने सिर्फ उपस्थिति दर्ज कराई थी,जब आप प्रत्याशी डॉ शैलेष अहूजा 813 वोट लेकर तीसरे क्रम पर थे। सन 2011 में अन्ना हजारे के लोकपाल आंदोलन के बाद पार्टी की नींव पड़ने के साथ शिवनाथ केशरवानी के नेतृत्व में बिलासपुर में पार्टी की पहली बैठक हुई थी 2013 में पार्टी अस्तित्व में आई। बिलासपुर में पहला कार्यालय कश्यप कांप्लेक्स में खुला और अब वाजपेई कैसल से गतिविधियां संचालित हो रही हैं । पिछले चुनाव में 70 सीटों पर इस पार्टी ने अपने प्रत्याशी उतारे थे। बिल्हा से जसवीर सिंह, तखतपुर से श्री बघेल , बेलतरा से अरविंद पांडे और मस्तूरी से लक्ष्मी टंडन ने उपस्थिति दर्ज कराई थी।इस बार 90 सीटों की तैयारी है।
पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि इस बार तस्वीर कुछ जुदा होगी क्योंकि दिल्ली और पंजाब में सरकार बनने के बाद अरविंद केजरीवाल की विचारधारा से लोग जुड़ रहे हैं। 26 नवंबर 2012 को जंतर मंतर में इस पार्टी के गठन की आधिकारिक घोषणा की गई थी पहली बार यह पार्टी दिसंबर 2013 में झाड़ू चुनाव चिन्ह के साथ दिल्ली विधानसभा में मैदान में उतरी थी।28 सीटों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस के समर्थन से दिल्ली में सरकार बनाई । इसके बाद पार्टी लगातार आगे बढ़ती रही । छत्तीसगढ़ में लगातार पार्टी के प्रमुख नेताओं के दौरे चल रहे हैं।
गुजरात में 5 सीटें और 14% वोट मिलने के बाद पार्टी का हौसला और बढ़ा है।
पार्टी युवा शक्ति पर बहुत ध्यान दे रही है। बिलासपुर में प्रियंका शुक्ला की सक्रियता उल्लेखनीय है ।वह छत्तीसगढ़ में पार्टी की महासचिव भी हैं। सार्वजनिक हित के मुद्दों पर लोगों के साथ खड़ी रहने वाली संघर्षशील महिला के रूप में उन्हें पूरा बिलासपुर जानता है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवनाथ केशरवानी बताते हैं जिस तरह दिल्ली और पंजाब में भ्रष्टाचार का अंत हो रहा है, इस बार पूरी पार्टी इसी मुद्दे को प्रमुखता से उठाकर मैदान में उतरेगी। वरिष्ठ नेता संदीप पाठक सभी क्षेत्रों में जाकर कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भर रहे हैं। बिलासपुर सीट के लिए प्रत्याशी का फैसला पार्टी फोरम करेगी। पार्टी का फोकस इस मामले मे जनता के बीच उसकी छवि पर होगा। किसी युवा चेहरे को मौका दिया जा सकता है। इस विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी जैसी तैयारी में लगी हुई है जाहिर है सभी की नजर उस पर रहेगी।