बिलासपुर । उद्योगपति गौतम अदानी के औद्योगिक समूह को हसदेव कोल ब्लॉक के बाद एसीसी सीमेंट प्रोजेक्ट के मामले में भी बड़ा झटका लगा है। इस प्रोजेक्ट की पर्यावरणीय सुनवाई ग्रामीणों के विरोध के कारण नहीं हो सकी। विरोध इतना बढ़ा कि पुलिस को लाठियां तक भांजनी पड़ी। सत्तारूढ़ कांग्रेस के नेता विरोध कर रहे हैं प्रेमियों के साथ खड़े दिखाई दिए।
हसदेव कोल ब्लॉक का मामला ग्रामीणों के विरोध के कारण अधर में पड़ा हुआ नजर आ रहा है। सरकार ने इस विरोध को देखते हुए इसकी पर्यावरणीय मंजूरी रद्द करने का अनुरोध करते हुए राज्य सरकार ने केंद्र को पत्र भेज दिया है। इधर अडानी समूह के एसीसी सीमेंट प्रोजेक्ट पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। बिलासपुर जिले के मस्तूरी क्षेत्र में प्रस्तावित इस सीमेंट प्रोजेक्ट की पर्यावरणीय सुनवाई ग्रामीणों के विरोध के कारण नहीं हो सकी। बवाल इतना बढ़ा कि पुलिस को लाठियां तक चलानी पड़ी। जनसुनवाई में पहुंचे अधिकारियों को कार्रवाई बंद कर वहां से निकलना पड़ा। ग्रामीणों का कहना है कि इस इलाके में सीमेंट कारखाना खुला तो यहां के पर्यावरण को काफी नुकसान होगा। कांग्रेस पार्टी के नेता भी विरोध कर रहे ग्रामीणों के साथ खड़े हो गए हैं। बिलासपुर कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने भाजपा पर कटाक्ष किया कि उसके विधायक को डरना नहीं चाहिए सामने आकर ग्रामीणों का साथ देना चाहिए ।कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ग्रामीणों की सहमति के बिना कोई कारखाना नहीं खोलने दिया जाएगा।