• एक बड़े कार्यक्रम के बहाने रेवड़ी बांटने की तैयारी
◆ कल्लूराम की खास रिपोर्ट
बिलासपुर/मुंगेली। लंबे समय से जिला प्रशासन के सख्त रुख के चलते अवैध प्लाटिंग कर जमीन कारोबारी अपनी दुकानदारी नही चला पा रहे थे। मुंगेली जिले में अवैध प्लाटिंग के कारण रजिस्ट्रियां बंद कर दी गईं थीं। यहां तक कि जब मार्च के महीने में राजस्व को देखते हुए छुट्टियों के दिनों में भी पूरे प्रदेश के सभी जिलों में रजिस्ट्रियां हुई मगर मुंगेली जिले में अवैध प्लाटिंग के इस महापाप को खत्म करने राजस्व क्षति को भी नजरअंदाज किया गया मगर आज एकाएक सभी रजिस्ट्रियां शुरू कर दी गईं। मुंगेली शहर एवं आसपास सारे हल्कों के पटवारियों को चौबीस घंटे नजरी, नक्शा,चौहद्दी देने के मौखिक फरमान जारी हो चुके हैं। बहरहाल रजिस्ट्री कार्यालय के आसपास भारी भीड़ जमा हो रही है।
बता दे शहर भीतर सिंधी समुदाय एक अवैध प्लाटिंग के चंगुल में उलझ प्लाट कटुआ गिरोहो को 15 करोड़ के आसपास रकम जमा कर चुके थे अधिकांश सिंधी समाज के लोग इस गिरफ्त में है जिनकी इस अवैध प्लाटिंग पर इन्वेस्ट की रकम सुरक्षित करने अथवा अवैध प्लाटिंग चालू होने संबंधी रोज परेशान सिंधी समाज बैठके कर रहा था। आज रजिस्ट्री ऑफिस के आसपास सिंधी समुदाय के अधिकांश लोग अपने अपने प्लाट रजिस्ट्री कराने भिड़े रहे। लोगो मे यह भी भय देखा जा रहा है कि रजिस्ट्री फिर कब किस शिकायत अथवा न्यायालय के आदेश से बाधित हो उससे पहले अपनी करोड़ो की रकम सुरक्षित करने लोग जुटे हुए।
बता दे शहर के भीतर अवैध प्लाटिंग के कारोबार में शामिल लोग 15 करोड़ के आसपास रकम जमा कर चुके थे। अब यही लोग जिनकी इस अवैध प्लाटिंग पर इन्वेस्ट की गई रकम सुरक्षित करने रजिस्ट्री चालू होने के इंतजार में रोज बैठकें कर रहे थे। आज रजिस्ट्री ऑफिस के सामने यही लोग अपने अपने प्लाट की रजिस्ट्री कराने भिड़े रहे। लोगों मे यह भी भय देखा जा रहा है कि रजिस्ट्री फिर कब किस शिकायत अथवा न्यायालय के आदेश से बाधित हो उससे पहले अपनी करोड़ो की रकम सुरक्षित कर लिया जाए।
हालांकि लंबे समय से जिला प्रशासन के सख्त रवैये और नियमतः रजिस्ट्रियां हो, अवैधानिक प्लाट विक्रय पर प्रतिबंध लगाने का ये रुख अचानक बदल जाने से आमजनमानस में कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं।
माना यह भी जा रहा है कि इस माह के ही भीतर मुंगेली शहर में एक भव्य आयोजन होने जा रहा है। आयोजक उस कार्यक्रम में एक करोड़ की राशि फूंक रहे हैं। एक व्यक्ति विशेष द्वारा होने वाली बड़ी कार्यवाही को इस कार्यक्रम के बहाने मन भटकाने की साजिश भी की जा रही है। इन रजिस्ट्रियों को इस रूप में भी देखा जा रहा है।