पटना। Bihar paper leak: बिहार लोक सेवा आयोग ने तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया है। बीपीएससी की ओर से इसके लिए नोटिस जारी कर दी गई है। बीपीएससी ने लिखा कि आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) द्वारा लिखित सूचना दी गई है कि 15 मार्च को दो पालियों में ली गई शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रश्न-पत्र परीक्षा के पूर्व ही संगठित गिरोह के पास पहुंच गये थे।
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर अग्रतर अनुसंधान एवम् विधि सम्मत कार्रवाई की जा रही है। पेपरलीक मामले में बीपीएससी ने ईओयू से मानक साक्ष्य की मांग की गयी थी। इसके बाद ईओयू ने पत्राचार के माध्यम से सूचना दी कि अनुसंधान के क्रम में किसी भी प्रकार की सूचना व मुहरबंद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस किसी कार्यालय या इकाई के साथ नियमानुसार साझा नहीं किया जा सकता है।
266 लोगों को ईओयू ने भेजा जेल, इनमें 88 महिलाएं
Bihar paper leak: शिक्षक भर्ती परीक्षा के एक दिन बाद आर्थिक अपराध इकाई ने बिहार लोकसेवा आयोग को एक रिपोर्ट सौंपी। इसमें कहा कि परीक्षा से एक दिन पहले ही तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। शिक्षक भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र एवं उत्तर मुहैया कराने के एवज में दस-दस लाख रुपये सॉल्वर गैंग ने लिए थे।
आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने हजारीबाग और पटना के करबिगहिया में छापेमारी कर सॉल्वर गैंग के सदस्य और अभ्यर्थी समेत 313 लोगों को हिरासत में लिया। इनमें से 266 को जेल भेजा गया। इसके लिए देर रात सिविल कोर्ट में इनकी पेशी हुई। इन 266 अभ्यर्थियों में 88 महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं।