बीजापुर। Bijapur journalist murder case:  पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या इस हत्याकाण्ड के सरगना ठेकेदार सुरेश चन्द्राकर के इशारे पर उसके भाई रितेश चन्द्राकर और उसके मुंशी ने की और बाद में उसकी लाश को सेप्टिक टैंक में डालकर अपने सबसे छोटे भाई दिनेश  चन्द्राकर की मदद लेकर स्लैब की क्राकीटिंग कर दी थी। मुंशी  महेंद्र रामटेके और रितेश चंद्राकर के लोकेशन का पता कॉल डिटेल से चला है।

Bijapur journalist murder case: पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. के अनुसार   अब तक इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश और दिनेश चंद्राकर के अलावा मुंशी महेंद्र रामटेके शामिल हैं। वहीं सुरेश चंद्राकर अब भी फरार है। पुलिस विवेचना के अनुसार ठेकेदार सुरेश चंद्रकार के इशारे पर इस वारदात को अंजाम दिया गया। घटनाक्रम के मुताबिक एक जनवरी को सुरेश चंद्रकार के भाई रितेश ने कॉल करके पत्रकार मुकेश को बुलाया। इस दौरान सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके भी मौजूद था। दोनों ने पहले मुकेश चंद्रकार के सिर पर वॉर किया, उसके बाद चाकू से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया।

दोनों ने सेप्टिक टैंक में डाला शव

Bijapur journalist murder case: इस वारदात के बाद दोनों ने हत्या की सूचना ठेकेदार सुरेश चंद्रकार को फोन पर दी। इसके बाद दूसरे दिन हत्या करने वाला रितेश बीजापुर से रायपुर होते हुए दिल्ली फरार हो गयू। रितेश को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। हत्या में शामिल महेंद्र रामटेके एंव दिनेश चंद्राकर को बीजापुर में गिरफ्तार किया गया। मामले में सुरेश चंद्रकार मास्टरमाइंड एवं मुख्य आरोपी है, जो अब तक फरार है, उसके लोकेशन को ट्रेस किया जा रहा है और जल्द उसकी गिरफ्तारी होगी। साक्ष्य छुपाने के लिए सेप्टिक टैंक में कांक्रीट काम करने वाले आरोपी सुरेश चंद्रकार के भाई दिनेश द्वारा काम किया गया था, जिसे गिरफ्तार किया गया है। मामले को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है और फोरेंसिक टीम भी जांच में लगी हुई है।

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