• नरेन्द्र कुमार रात्रे
कोरबा। Bramhkanal: कहा जाता है कि ब्रम्हकमल 12 वर्षों में खिलता है । यह एक मिथक है लोगों की जानकारी के अभाव में इस तरह की मान्यताएं प्रचलित है । इसका वैज्ञानिक नाम सोसोरिया ओबेवेलाटा है । जो एक बिना कांटे के केक्टस प्रजाति का पौधा है, जिसकी ऊंचाई 2 से तीन मीटर तक होती है । इसके पत्ते मोटे ,मांसल और गूदेदार होते हैं, जो तने के साथ पौधे की शाखाओं जैसे होते हैं । इसके पत्तो के खण्डों के किनारे से कमल की लम्बी नाल के साथ कमल की आकृति में फूल खिलते हैं ,इसीलिए इसे ब्रम्ह कमल कहा जाता है ।
Bramhkanal: इसकी कुछ खासियत यह है कि इसमें कलियाँ एक साथ सभी पत्तों में निकलती है और एक साथ बड़े होकर एक साथ ही सुंदर मादक खुशबू के साथ पूरा आँगन महक उठता है। एक दो दिन के आगे –पीछे कलियों की परिपक्वता के अनुसार खिलते हैं । इसके फूल रात्रि 7–8 या 9–10 बजे खिलते हैं और सुबह होने के पूर्व सिकुड़ जाते हैं ।
12 वर्षों में खिलना मान्यता या मिथक
अभी एक पौधे में दो फूल खिले हैं, जो फिछले वर्ष ही लगाया गया था । इसी तरह पुराने पौधे में जुलाई से लगातार फूल खिल रहे हैं । हाँ यह जरूर है कि ये प्रति दिन न खिल कर 20 -25 दिन के अंतराल में खिलते हैं और जब अधिक ठण्ड या अधिक गर्मी पड़ती है तब फूल खिलने बन्द हो जाते हैं।