बिलासपुर। स्थानीय रायपुर रोड स्थित आशीर्वाद वैली के डेवलपर और बिल्डर पर भूसंपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) ने एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। बिल्डर ने स्विमिंग पूल का वादा कर नहीं बनाया था। रेरा ने तीन महीने के अंदर स्विमिंग पुल बनाने के भी निर्देश दिए हैं।
रेरा ने यह कार्रवाई कालोनी की एक मकान मालकिन श्रीमती कविता सिंह की शिकायत पर की है। उन्होंने शिकायत में बताया था कि बिल्डर, डेवलपर और प्रमोटर ने चौड़ी सड़क, शानदार गार्डन, स्विमिंग पूल, क्लब हाउस, क्लीनिक जैसी आधुनिक सुविधाओं का सपना दिखाकर सैकड़ों लोगों को मकान बेचा है। उन्होंने इन्हीं साधन-सुविधाओं को देखते हुए मकान लिया और पति अरविंद सिंह की सेवानिवृत्ति के बाद निवास करने लगीं। कालोनी में स्विमिंग पूल, क्लीनिक हाउस अभी तक नही बनाया गया है । जहां स्विमिंग पूल बनना था वहां लोग बैडमिंटन खेलने लगे। गार्डन बहुत छोटा है, ले आउट के अनुसार गार्डन-ए 24422 वर्ग फुट का होना चाहिए लेकिन 23000 वर्गफुट है। इसी तरह गार्डन बी 33222 वर्गफुट पर होना चाहिए लेकिन 20000 वर्गफुट पर बनाया गया है। इस तरह से बिल्डर ने गार्डन की 14644 वर्ग फुट जमीन में प्लाट काटकर मकान बना लिया और उन मकानों को बेचकर पैसा भी बना लिया। जिम्मेदार अधिकारियों ने कालोनी पूर्ण होने का प्रमाण पत्र दे दिया।
जब बिल्डर से वहां के रहवासियों ने स्विमिंग पूल और क्लीनिक की मांग की तो मुंह बंद रखने धमकी दी गई। इन्ही सब समस्याओं को लेकर श्रीमती कविता सिंह ने सभी जिम्मेदार अधिकारियों और संस्थाओं में इसकी शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने अपने अधिवक्ता के माध्यम से रेरा में बिल्डर, डेवलपर और प्रमोटर के खिलाफ शिकायत की। सभी पक्षों को सुनने के बाद रेरा ने बिल्डर, डेवलपर और प्रमोटर पर एक लाख रुपए का जुर्माना कर दिया है। इसके अलावा तीन महीने के अंदर प्लान के अनुसार निर्धारित स्थान पर स्विमिंग पूल बनाने के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि आशीर्वाद बिल्डकॉन के नाम से साझेदार विजय कुमार प्रीतवानी व रवि प्रीतवानी ने बोदरी नगर पंचायत स्थित 15.49 एकड़ में आशीर्वाद वैली नाम से कॉलोनी बनाया है। दीपक ग्वालानी इस कालोनी के बिल्डर और डेवलपर हैं। दीपक शहर के जाने-माने बिल्डर प्रकाश ग्वालनी के पुत्र हैं। कॉलोनी विकसित करने से पहले आशीर्वाद बिल्डकॉन के साझेदारों ने टाउन एंड कंट्री प्लानिंग में जो ले-आउट जमा कर अनुमति प्राप्त की है, उसमें से ज्यादातर सुविधाएं कालोनी में उपलब्ध नहीं कराई हैं।

