रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान हुई गोबर की खरीदी और पैरा के परिवहन को लेकर सवाल पूछे गए। आज विधानसभा में इसको लेकर हुए सवालों का जवाब देते हुए विभागीय मंत्री राम विचार नेताम की अनुपस्थिति में संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने गोधन न्याय योजना के तहत हुई गोबर खरीदी और पैरा परिवहन की जांच विधानसभा की प्रश्न संदर्भ समिति से करने की घोषणा की।
पैरा परिवहन को लेकर अजय चंद्राकर ने सवाल किया, वहीं गोबर खरीदी पर लता उसेंडी ने प्रश्न पूछा। चंद्राकर ने आरोप लगाया कि पैरा परिवहन के नाम पर मनमानी की गई। परिवहन व्यय भुगतान के लिए कोई मापदंड तय नहीं था। उन्होंने इस पूरे मामले की विधायकों की समिति से जांच कराने की मांग की। इस पर मंत्री अग्रवाल ने पहले अधिकारियों की टीम बनाकर जांच करने की घोषणा की, लेकिन चंद्राकर ने इस पर आपत्ति करते हुए कहा कि यह सब खेल उन्हीं लोगों ने किया है और वे ही जांच करेंगे। ऐसा नहीं हो सकता। इस पर अग्रवाल ने स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि यदि आप चाहें तो विधानसभा की प्रश्न संदर्भ समिति से जांच करा सकते हैं। स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने इस पर सहमति दी।
गोबर खरीदी की हुई कागजी खानापूर्ति – लता उसेंडी
गोबर खरीदी को लेकर सवाल उठाने वाली लता उसेंडी ने आरोप लगाया कि उनकी जानकारी में कई किसान ऐसे हैं, जिन्होंने कम गोबर बेचा है, लेकिन उनके नाम पर ज्यादा खरीदी दिखाई गई है। उसेंडी ने कोंडागांव के एक किसान का उदाहरण देते हुए बताया कि उस किसान के पास केवल 10 मवेशी है और उन्होंने केवल 52 हजार किलो गोबर बेचा है, लेकिन उनसे खरीदी 52 लाख किलो से ज्यादा बताई गई है। उसेंडी ने कहा कि पैरा परिवहन की जांच हो रही है तो क्या गोबर खरीदी को भी उसमें शामिल किया जाएगा। इस पर मंत्री अग्रवाल ने सहमति दे दी। इस पर स्पीकर डॉ. रमन ने कहा कि ठीक है पैरा परिवहन के साथ इसकी भी जांच विधानसभा की समिति से करा ली जाएगी।