बिलासपुर। CG PCC: नगर निगम चुनाव में कथित बगावत के लिए नेताओं को निष्कासित करने की कार्रवाई तथा उस पर कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव की टिप्पणी पर कांग्रेस में मचे बवाल के बीच पीसीसी ने एक फैक्ट फाइंडिंग टीम बनाई है जो प्रदेश अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट देगी।
CG PCC: जिला कांग्रेस कमेटी ने अपने प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल तीन नेताओं प्रदेश प्रवक्ता अभय नारायण राय, त्रिलोक श्रीवास और श्रीमती सीमा पाण्डेय को नगर निगम चुनावों में पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया है। जिला कांग्रेस की इस कार्रवाई पर कोटा विधायक ने पूर्व डिप्टी सीएम पीएस सिंहदेव की मौजूदगी में टिप्पणी की थी, जिसके लिए श्री श्रीवास्तव के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा जिला संगठन ने प्रदेश अध्यक्ष को भेजी है।
CG PCC: कोटा विधायक ने नेताओं को पार्टी से निकाले जाने के अधिकार पर यह टिप्पणी की थी की्् यह कार्रवाई ऐसी है जैसे किसी चपरासी ने कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार प्राप्त कर लिया हो। विधायक की इस टिप्पणी के लिए ही उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा जिला संगठन ने प्रदेश अध्यक्ष को भेजी है। इसमें कहा गया है कि विधायक ने जिला कांग्रेस अध्यक्ष को चपरासी कहने की हिमाकत की है।
CG PCC: अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस पूरे मामले की वस्तुस्थिति जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग टीम बनाई है। इस टीम की रिपोर्ट की प्रतीक्षा होगी, लेकिन इस पूरे विवाद से पार्टी की स्थिति का पता तो चल ही गया है। पार्टी में अनुशासन नाम की चीज नहीं रह गई है और न ही किसी को किसी की मान – मर्यादा का ही ख्याल है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस की लुटिया इसी वजह से डूबती चली गई है। प्रश्न यह है कि क्या पार्टी के आला नेताओं को नेताओं के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की जानकारी नहीं थी। यदि थी तो उसने इस मामले को हस्तक्षेप योग्य क्यों नहीं माना ? अब शायद फैक्ट फाइंडिंग टीम ही पार्टी नेताओं को ठीक करने का का कोई रास्ता सुझाए।