बंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने धमाकेदार जीत दर्ज की है। नतीजों ने साबित कर दिया है कि हिमाचल प्रदेश की जीत के बाद कांग्रेस को चुनावों में जीत हासिल करने का मंत्र मिल गया है। कर्नाटक में कांग्रेस ने सत्ताधारी बीजेपी को बाहर का रास्ता दिखा दिया। कांग्रेस ने रणनीति के तहत इस चुनाव में जीत हासिल की। कांग्रेस ने ना सिर्फ स्थानीय मुद्दों पर फोकस किया, बल्कि भ्रष्टाचार को चुनाव का प्रमुख मुद्दा भी बनाया।
बीजेपी ने इस चुनाव में एनआरसी, समान नागरिक संहिता, भक्तों को मंदिर प्रशासन की पूर्ण स्वायत्तता प्रदान करने जैसे मुद्दों को उठाया। माना जा रहा था कि बीजेपी के ये मुद्दे हिंदू वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए थे। दूसरी ओर कांग्रेस ने स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।
कर्नाटक में राजनैतिक दलों ने जिन चुनावी रणनीतियों पर काम किया उनमें सबसे अधिक प्रभावित करने वाली रणनीति कांग्रेस की थी। उसका होमवर्क अच्छा था जबकि भाजपा ने राष्ट्रीय मुद्दों पर ज्यादा फोकस किया। भाजपा को लग रहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही उसकी नैया पार लगा सकते हैं। भाजपा भूल गई थी कि यह विधानसभा चुनाव है।