दो साल पहले 7 बच्चों को हुई थी मौत

अम्बिकापुर । राजमाता देवेंद्र कुमारी मेडिकल कॉलेज के मातृ शिशु अस्पताल में बीती रात बिजली गुल होने से अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में चार बच्चों की मौत हो गई है। इस घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन सहित प्रशासनिक अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया है । बच्चों क परिजनों ने बिजली गुल होने के बाद बिगड़ी व्यवस्था और लाइट आने के बाद बच्चों की मौत होने की सूचना कर्मचारियों द्वारा देने की बात बताई। उनके बच्चों का उपचार एसएनसीयू वार्ड में चल रहा था । आधी रात लगभग 4 घंटे तक बिजली बंद रहने के कारण बच्चों की मौत होने का आरोप परिजनों द्वारा लगाया गया है। आज सुबह जैसे ही यह खबर फैली अस्पताल प्रबंधन सहित प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डीन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा एसडीएम सहित अन्य अधिकारी एसएनसीयू वार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे । वहीं अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि मृत बच्चों की हालत पहले से गंभीर थी। याद होगा दो साल पहले इसी अस्पताल में 7 बच्चों की मौत हो गई थी

स्वास्थ्य मंत्री ने दिए घटना की जांच के आदेश

स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने बच्चों की मौत की जांच के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य सचिव आर. प्रसन्ना घटना की जांच करेंगे। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव खुद हेलिकॉप्टर से अंबिकापुर के लिए रवाना हो रहे हैं। वे हेलिकाप्टर से अस्पताल पहुंच कर बच्चों को मौत के कारणों की समीक्षा करेंगे।

बच्चों की हालत गंभीर थी-कलेक्टर


सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार नें बिजली गुल हो जाने से बच्चों की मौत होने जैसे आरोपों को एक सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि एसएनसीयू वार्ड में वेंटिलेटर लगातार चल रहे थे । बिजली जाने की वजह से नहीं गम्भीर बीमारी की वजह से बच्चों की मौत हुई है। कलेक्टर कुंदन कुमार ने कहा कि वेंटिलेटर में किसी तरह की कोई समस्या नहीं हुई है। बिजली की समस्या पैनल जल जाने की वजह से हुई थी, जिसे तुरंत ठीक कर लिया गया था।


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