बिलासपुर । हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने बयान जारी करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बिलासा बाई केंवट एयरपोर्ट के विकास के लिए उदासीन है। समिति ने कहा कि सेना की सहमति से कलेक्टर बिलासपुर द्वारा ९० करोड़ जमा हुए १५ दिन से अधिक समय बीत गया परन्तु अभी तक रक्षा मंत्रालय द्वारा एयरपोर्ट को जमीन नहीं सौंपी गई। समिति ने मांग की कि जब इस मसले पर सहमति हो चुकी है तो फिर अब भूमि हस्तांतरण में देरी क्यों की जा रही है?

केंद्र सरकार द्वारा बिलासपुर एयरपोर्ट की उपेक्षा का यह ताजातरीन मामला है । इसके पहले नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के तहत आने वाली एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (एएआई) ने बिलासपुर और छत्तीसगढ़ के साथ छलावा करते हुए उड़ान 5.0 योजना से लाभान्वित एयरपोर्ट की सूची से बिलासपुर और जगदलपुर का नाम हटा दिया है जबकि इन दोनों जगह केवल एक-एक उड़ान ही संचालित है और दोनों एयरपोर्ट अंडरसर्वेड की श्रेणी में आते है। दूसरे राज्यों के ऐसे कई एयरपोर्ट इस सूची में शामिल हैं।

हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि एएआई हमेशा से बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास में बाधक बन रही है । बिलासपुर-भोपाल उड़ान को उड़ान योजना के तहत स्वीकृत होने के 3 साल पहले बंद करने पर अलायंस एयर कंपनी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। समिति ने विस्तार कहा कि एएआई ने उड़ान योजना के मापदंडो में फेरबदल कर एक एयरपोर्ट पर सप्ताह में 7 से अधिक लैंडिंग टेकऑफ होने पर एयरपोर्ट को अंडरसेर्वेड श्रेणी से बाहर कर दिया है। बिलासपुर एयरपोर्ट में केवल 8 लैंडिंग टेकऑफ है और व्यावहारिक रूप से एक ही फ्लाइट है। वैसे ही जगदलपुर में भी केवल एक फ्लाइट संचालित है। रायपुर- जगदलपुर- हैदरबाद को दो फ्लाइट मान कर जगदलपुर को भी उड़ान योजना से बाहर कर दिया गया ।

हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह को ज्ञापन भेजकर नागरिक उड्डयन मंत्री से मिलवाने की मांग की है और साथ ही स्थानीय सांसद से भी अपील की है कि इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करते हुए बिलासपुर के साथ किये जा रहे भेदभाव को खत्म कराएं। हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महाधरना आज भी जारी रहा, जिसमें बद्री यादव, देवेंद्र सिंह, समीर अहमद, महेश दुबे, मनोज श्रीवास, राकेश शर्मा, रवि बनर्जी, राघवेंद्र सिंह बोगो, कमल सिंह ठाकुर, विजय वर्मा, अनिल गुलहरे, केशव गोरख, दीपक कश्यप, अशोक भंडारी, रशीद बखस, संतोष पीपलवा, मोहसीन अली, नरेश यादव, गोपाल दुबे, चंद्रप्रकाश जायसवाल, अक़ील अली शाहबाज़ अली, और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे।

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