रायपुर। छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में जहां भीषण सूखे की स्थिति है वहीं दक्षिण में बस्तर के इलाके में बारिश आफत बनकर बरस रही है। नदी-नाले उफान पर हैं और सड़कें जलमग्न हो गईं हैं। कुछ गांव टापू बन गए हैं। वहीं लगातार हो रही बारिश और बाढ़ के कारण यहां दो दिन में 3 लोगों की मौत हो गई है।
सरगुजा के साथ ही इस संभाग के ज्यादातर जिलों में भी सामान्य से कम बारिश हुई है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बलरामपुर में सामान्य से 43 प्रतिशत, जशपुर में 55 प्रतिशत 32, कोरिया 24, और सूरजपुर 37 प्रतिशत ही बारिश हो पाई है।
बस्तर जिले के दरभा में मुनगा नाला उफान पर है। वहीं शनिवार को उसी इलाके की रहने वाली 38 वर्षीय फूलों माड़वी अपने बच्चे को लेकर नाला पार करने की कोशिश की। इसी बीच पानी के तेज बहाव के साथ मां-बेटा दोनों बह गए। उन्हें बचाया नहीं जा सका।
बुजुर्ग महिला की घर में ही मौत
बीजापुर जिले में भी भारी बारिश के चलते उसूर ब्लॉक का धर्माराम गांव बाढ़ की चपेट मे है। गांव पूरी तरह से टापू बन गया है। इलाके में करीब 4 से 5 फीट तक पानी भर गया है। वहीं इसी गांव की रहने वाली एक बुजुर्ग महिला गुंडी मल्ली की इलाज के अभाव में मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि, महिला पिछले कई दिनों से बीमार थी। घर और गांव पूरी तरह से डूब गया था। महिला को अस्पताल ले जाने तक की भी कोई सुविधा नहीं थी। राहत बचाव दल का इंतजार करते-करते महिला ने दम तोड़ दिया।