सूरजपुर। Elephants attack: जिले के प्रेमनगर के जंगल में बीती रात हाथियों ने दो सगे मासूम भाई-बहन की कुचलकर जान ले ली। दोनों चरवाहे के बच्चे हैं जो हाथियों की आहट पाकर जंगल किनारे बनी झोपड़ी से निकलकर भाग रहे थे।

Elephants attack: जानकारी के अनुसार रामानुजनगर वन परिक्षेत्र के महेशपुर गांव का टनटलिया पहाड़ जिसे मुलकी पहाड़ भी कहा जाता है, वहां प्रेमनगर बरईडांड निवासी पंडो परिवार के कुछ लोग झोपड़ी बनाकर निवास करते हैं और चरवाहे का काम किया करते हैं। ऐसी ही झोपड़ी में भिखू राम कुछ दिनों से अपने बच्चों को लाकर रखा था, जहां रात में 11 हाथियों का दल विचरण करते हुये पहुंचा और भिखू राम के 11 वर्षीय बेटा टिशु व 5 वर्षीय काजल को कुचलकर मार डाला।
Elephants attack: बताया जाता है कि हाथियों के डर से झोपड़ी से निकलकर भाग रहे थे। इसी दौरान हाथी अचानक आ पहुंचे और मासूमों की जान ले ली। घटना की सूचना पर वन अमला घटना स्थल पहुंचकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली है और ग्रामीणों को हाथियों से बचने की सलाह दी है। बताया जाता है कि पिछले 3 नवंबर से हाथियों का यह दल रामानुजनगर वन परिक्षेत्र के इन जंगलों में विचरण कर रहा है। वन विभाग लगातार सर्चिंग भी करा रहा है । लोगों को माइक से सावधान रहने की सलाह दी जा रही है।
Elephants attack: मुलकी पहाड़ की घटना से आसपास के क्षेत्र में जहां शोक का माहौल है। लोग हाथियों के आतंक से भयभीत हैं। इस पहाड़ पर चार-पांच लोग झोपड़ी बनाकर चरवाहे का काम करते हैं और रात को वही रुक जाते हैं। इन सभी लोगों को समझाइश देकर वापस घर भेज दिया गया है। बताते हैं कि इस पहाड़ पर जाने के लिए डेढ़ किलोमीटर तक कोई रास्ता नहीं है। पैदल ही जाया जा सकता है। खबर है कि हाथियों का यह दल अभी भी आसपास जंगलो में डेरा जमाए हुए है।वन विभाग के रेंजर रामचंद्र प्रजापति ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में मृतक के परिजनों को 25-25 हजार रुपए तात्कालिक सहायता राशि दी है।

