बिलासपुर। Ganja smuggling: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में तीन जीआरपी आरक्षकों की करोड़ों की संपत्ति जब्त की गई है। यह कार्रवाई गांजा तस्करी के मामले में उनकी संलिप्तता के बाद की गई है। पुलिस की जांच में आरक्षकों की काली कमाई की जानकारी सामने आई, जिसके बाद उनकी संपत्ति जब्त कर ली गई है।
Ganja smuggling: 23 अक्टूबर 2023 को जीआरपी पुलिस ने योगेश सोंधिया और रोहित त्रिवेदी को गिरफ्तार किया था और उनके पास से 20 किलो गांजा बरामद किया था। इस मामले की जांच के दौरान एटीएस की टीम ने पाया कि इस तस्करी में जीआरपी के तीन आरक्षकों का हाथ था। डीजीपी अशोक जुनेजा के आदेश पर एसपी रजनीश सिंह ने जांच शुरू की, जिसके बाद आरक्षक लक्ष्मण गाईन, मन्नु प्रजापति, संतोष राठौड़ और सौरभ नागवंशी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
Ganja smuggling: पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपियों की संपत्ति जब्त की, जिसमें सिरगिट्टी और कोरबा की जमीन, मकान और लक्जरी गाड़ियां जैसे हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल, टाटा सफारी शामिल हैं। इनकी कुल संपत्ति करीब डेढ़ करोड़ रुपये की बताई जा रही है। पुलिस को इनसे जुड़े बैंक अकाउंट में भी संदिग्ध ट्रांजेक्शन मिले हैं, जो गांजा तस्करी से प्राप्त धन से जुड़े हैं।
Ganja smuggling: एसपी रजनीश सिंह ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। मादक पदार्थों के मामलों में कोई भी अपराधी बच नहीं पाएगा। इस मामले को अब मुंबई के सफेमा कोर्ट में भेजा गया है। छत्तीसगढ़ में पहली बार इसी माह नशीली दवाओं कै अवैध कारोबार से जुड़े आरोपियों की संपत्ति जब्त की गई थी, जिसकी सफेमा कोर्ट मुंबई ने कार्रवाई पर मुहर लगाई। एसपी ने कहा कि नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इससे इस कारोबार जुड़े अपराधियों का मनोबल टूटेगा।