बिलासपुर । आज शाम 4:30 बजे के करीब शहर के सकरी ओवरब्रिज के पास एक हिस्ट्रीशीटर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बदमाशों ने हिस्ट्रीशीटर की कार पर दोनों ओर से 9 राउंड गोलियां चलाई और उसकी कार के भीतर ही मौत हो गई। पुलिस हत्यारों की तलाश में जुट गई है।
यह वारदात सकरी थाने से कुछ ही दूर हमेशा व्यस्त रहने वाले नेशनल हाईवे पर हुई। शहर के कुदुदंड निवासी हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी की कार सकरी ओवरब्रिज से पहले ब्रेकर पर जैसे ही धीमी हुई सड़क के दोनों ओर कार अड़ाकर खड़े हमलावरों गोलियां चलानी शुरू कर दी। सिर में गोलियां लगने से संजू की कार में मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही आईजी बद्रीनारायण मीणा, एसएसपी पारूल माथुर सदल बल मौके पर पहुंचे। घटनास्थल से कारतूस के 9 खाली खोखे मिले हैं। कार पर दोनों ओर से गोलियां चलाई गई थीं। दोनों ओर के कार के शीशे टूटे हुए थे। संजू की लाश ड्राइविंग सीट पर पड़ी हुई थी। पुलिस चारों और नाकेबंदी कर हमलावरों की तलाश में लगी हुई है। फिलहाल हमलावरों का कोई सुराग नहीं मिला है।
पेशेवर हमलावरों का काम
वारदात को जिस तरीके से अंजाम दिया गया उससे ऐसा लगता है कि यह पेशेवर हत्यारों का काम हो सकता है। हत्यारों को पता था कि संजय त्रिपाठी कब और कहां से लौटने वाला है। उसका सकरी बाईपास पर एक फॉर्म हाउस है बताया जा रहा है कि वह अपनी हेक्टर कार यहीं से लौट रहा था।
जमीन के कारोबार से जुड़ा था
त्रिपाठी जमीन के कारोबार से जुड़ा हुआ था। वह ब्याज पर पैसे भी लगाया करता था। उसके पेशे को लेकर कई मामले पुलिस में दर्ज थे और उसका नाम पुलिस के हिस्ट्रीशीटरों की में था। उसकी हत्या को लेकर पेशे से जुड़ा विवाद होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। पुलिस इस वारदात के सभी पहलुओं पर गहराई से जांच कर रही है।
कार पर कांग्रेस पदाधिकारी का उल्लेख
संजू त्रिपाठी की कार के नंबर प्लेट पर कांग्रेस पदाधिकारी होने का उल्लेख है। नंबर प्लेट पर महामंत्री जिला कांग्रेस कमेटी लिखा हुआ था । हालांकि पुलिस ने उसके कांग्रेस से जुड़े होने से इनकार किया है। उसके फेसबुक पेज पर भी ज़िला कांग्रेस महामंत्री होने का उल्लेख है। पुलिस के अनुसार मृतक का कांग्रेस से कोई संबंध नहीं है।
संजू त्रिपाठी का कांग्रेस से
कोई संबंध नहीं – विजय
जिला कांग्रेस कमेटी शहर अध्यक्ष
विजय पांडेय ने Fourthline से कहा कि पिछले10 वर्ष के कांग्रेस के रिकार्ड में संजू त्रिपाठी का कोई नही है।
उसकी गाड़ी पर कांग्रेस का नाम होने की शिकायत किसी ने नहीं की थी। अगर शिकायत मिली होती तोइसलिए कार्रवाई जरूर हुई होती।