रायपुर।  Human trafficking:  पार्टियों में डांस का काम कराने के नाम पर बिहार ले जाई गई लड़कियों को देह व्यापर में झोंक दिए जाने के मामले में बच्चों के हित में काम करने वाली संस्था बचपन बचाओ आंदोलन के प्रयासों से इस गंदे काम का खुलासा हुआ। रोहतास जिले के विक्रमगंज इलाके में की गई छापेमारी में लगभग 45 लड़कियों और 3 लड़कों का रेस्क्यू किया गया। इनमें से 40 लडकियां और तीनों लड़के छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। इस मामले का खुलासा होने के बाद छत्तीसगढ़ से राज्य स्तरीय टीम और राजनांदगांव से एक टीम बिहार रवाना की गई है।


Human trafficking:  इस मामले में रोहतास जिले के नटवार थाने में FIR दर्ज की गई है। छापेमारी के बाद पुलिस उप निरीक्षक खुशी राज की ओर से थाना प्रभारी को लिखित में छापामार कार्रवाई की जानकारी देते हुए विधिसम्मत कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया है। पत्र के मुताबिक एसोसिएशन फॉर वॉलेन्ट्री एक्शन (बचपन बचाओ आंदोलन) की टीम द्वारा पुलिस अधीक्षक, रोहतास को जानकारी दी गई कि नटवार थाना अंतर्गत देश के अन्य राज्यों के साथ-साथ बिहार के कुछ इलाकों से लाई गई नाबालिग लड़कियों से ऑरकेस्ट्रा एवं डांस की आड़ में जबरन देह व्यपार कराया जा रहा है।

लड़कियां इन जिलों की

Human trafficking:  पूछताछ में लड़कियों ने जो नाम-पते बताये हैं, उसके मुताबिक सबसे ज्यादा राजनांदगांव-डोंगरगढ़ क्षेत्र की 11 लड़कियां हैं। इनके अलावा रायपुर से 6, बलौदा बाजार- भाटापारा से 4, मुंगेली से 4, मारो से 3, सिरगिट्टी, बिलासपुर से 1, गुंडरदेही से 1, कोरबा से 1, बलोदा से 3, धनौत दुर्ग से 1, वहीं चिचोला, राजनांदगांव और दुर्ग से 3 लड़के भी शामिल हैं।

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