अरपा अर्पण जन आंदोलन की टीम ने कलेक्टर-एसपी और आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
बिलासपुर( fourthline)। नगर में पेड़ों पर बड़ी-बड़ी कीलों से फ्लैक्स और लेमिनेट किए हुए बोर्ड लगाए जा रहे हैं। इतनी सारी कीलें ठोकी जा रही हैं कि पेड़ों के सूख जाने का खतरा है।
अरपा अर्पण जन आंदोलन की टीम ने आज नगर निगम आयुक्त कलेक्टर एसपी और जिला वन मंडलाधिकारी को इस स्थिति से अवगत कराते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की।
शहर की सड़कों गलियों व बाजारों के किनारे सभी पेड़ों का इस्तेमाल विज्ञापनों के लिए किया जा रहा है । A4 साइज के विज्ञापन स्टेपल किए जा रहे हैं । फ्लैक्स बड़ी-बड़ी कीलों से ठोके जा रहे हैं। टिन की पट्टी भी ठोकी जा रही हैं। एक पेड़ में कम से कम 10 विज्ञापन लगे हुए दिख रहे हैं । प्रकृति के रक्षक पेड़ – पौधों को दर्द होता है यह बात वनस्पति विज्ञान के विशेषज्ञ बताते हैं। शहर के कई पेड़ों का तो यह हाल है कि उनमें पूरे कील का जंगल दिखाई देता है। इस तरह के लोगों पर पुलिस को कार्रवाई करना चाहिए। कोविड-19 में सबको पेड़ पौधों के महत्व का एहसास हुआ है फिर भी इस तरह के कृत्य किए जा रहे हैं। अरपा अभियान ने प्रशासन से इस तरह के सारे विज्ञापन हटाने की मांग की है ताकि पेड़ों को सूखने से बचाया जा सके।
कानपुर में डॉक्टर पर
हुआ था जुर्माना
कानपुर में एम्स के डॉक्टर ने अपने क्लिनिक के विज्ञापन के लिए शहर के 500 से ज्यादा पेड़ों में कीले ठुकवाई थीं। इस पर नगर निगम ने उस डॉक्टर पर 10 हजार का जुर्माना किया था।